हालांकि ताज महोत्सव अभी मुख्यतः स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय है, लेकिन इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की अपार संभावनाएँ हैं। सबसे पहले इसे ग्लोबल अपील देने के लिए नाम और ब्रांडिंग पर ध्यान देना जरूरी है। उदाहरण के लिए इसे “ताज ग्लोबल महोत्सव” या “ताज अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव” के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है। ऐसा नाम महोत्सव को विश्व स्तर पर एक पहचान देगा और अंतरराष्ट्रीय दर्शकों को आकर्षित करेगा।
डिजिटल प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया का प्रभावी इस्तेमाल महोत्सव की ग्लोबल पहुंच बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकता है। महोत्सव की लाइव स्ट्रीमिंग, वीडियो क्लिप्स, रील्स और
सोशल मीडिया पोस्ट्स के माध्यम से दुनिया भर के लोग इसे घर बैठे देख और अनुभव कर सकते हैं। हैशटैग अभियान और ऑनलाइन फोटो गैलरी महोत्सव की ब्रांडिंग को और मजबूत बनाएंगे। इसके अलावा, विदेशी कलाकारों और प्रदर्शनियों को आमंत्रित करना महोत्सव को एक ग्लोबल सांस्कृतिक फेस्टिवल का रूप देगा।पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सुविधाओं का विस्तार करना भी महत्वपूर्ण है। अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए पैकेज टूर, गाइडेड टूर, स्थानीय खानपान और होटल व्यवस्था महोत्सव की आकर्षकता को बढ़ाते हैं। साथ ही वर्चुअल और इंटरएक्टिव अनुभव, जैसे 360° टूर और ऑनलाइन वर्कशॉप, वैश्विक दर्शकों को जोड़ने का एक शानदार तरीका है। लोक कला, संगीत, नृत्य और खानपान को वैश्विक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने से महोत्सव का आकर्षण और भी बढ़ जाता है।
स्थायित्व और सामाजिक जिम्मेदारी पर ध्यान देना भी महोत्सव की वैश्विक छवि को मजबूत करता है। प्लास्टिक-फ्री आयोजन, पर्यावरण के प्रति जागरूकता, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण जैसी पहलें इसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर और प्रभावशाली बनाती हैं।
