13 मार्च 2024

ग्रीष्म काल शुरू होने से पूर्व ही श्रीनाथ जल सेवा की प्याऊऐं हुई सक्रिय

 -- केसर हलवा का वितरण कर सेवा संकल्प के प्रति व्यक्त की प्रतिबद्धता

श्री नाथजी निशुल्क जल सेवा के मुख्य सेवक बांके लाल महेश्वरी ने
  'हल्वा वितरण 'कर शुरू किया सेवा कार्य।। फोटो:असलम सलीमी

आगरा:ग्रीष्मकाल दस्तक दे चुका है,आगरा वालों के लिये यह दौर पीने के लिये शुद्ध पानी के इंतजाम के लिये चुनौती भरा होता है।सामान्यत:जो भद्रजन अपनी जरूरत का पानी खरीद सकते हैं,उन पर तो कोयी खास अंतर नहीं पडता ।लेकिन आम नागरिक व्यवस्थाओं से जूझता ही रहता है।
आम नागरिकों खास कर उनके महानगर में सडकों पर भ्रमण काल के दौरान  श्रीनाथजी निःशुल्क जलसेवा की प्याऊऐं प्यास बुझाने का माध्यम बनजाती हैं।  महाशिवरात्रि के पर्व पर जल सेवा अपना काम शुरू कर चुकी है।
कहावत है कि भोलेवावा के नाम से पहचान वाले इस दिन से बृज भूमि में ठंड अपना ठिकाना बदल कर कूंओं में समाजाती है। कभी ये कूंए ही नर-नारियों की प्यास बुझाने का ठिकाना हुआ करते थे लेकिन समय के बदलाव के साथ अब नया ठिकाना श्रीनाथ जल सेवा की निशुल्क प्याऊऐं हो जाती हैं।
'हल्वा वितरण 'रस्म है ग्रीष्म कालीन सेवा संकल्प शुरू
करने की: बांके लाल महेश्वरी।फोटो :असलम सलीमी
 
इस साल भी जलसेवा अपना काम शुरू कर चुकी है।शिवरात्रि पर्व पर जलसेवा के मुख्य सेवक बांके लाल महेश्वरी ने र एसएन मेडिकल कॉलेज के सामने प्याऊ पर केसर हलवा का वितरण किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुंबई से आईं पुष्प डागा ने किया। श्रीनाथजी निःशुल्क जलसेवा एसएन मेडिकल कॉलेज के सामने स्थित संस्था द्वारा चलाई जा रही प्याऊ और मानसिक आरोग्यशाला स्थित रैन बसेरे में मेवा और केसर से बना मूंग की दाल का हलवा वितरित किया गया।

 श्री  माहेश्वरी ने बताया कि संस्था द्वारा आगरा में बीते 55 वर्षों से सेवा कार्य किए जा रहे हैं। शहर में विभिन्न स्थानों पर प्याऊ संचालित हैं, इसके साथ ही संस्था द्वारा मानसिक आरोग्यशाला पर रैन बसेरा भी संचालित किया जा रहा है। इसके साथ बंदरों को केले, गाय को रोटी और कुत्तों को टोस्ट खिलाने का कार्य भी संस्था द्वारा रोजाना किया जा रहा है।इस दौरान प्रो अशुष माहेश्वरी, दिवाकर ब्रज, राकेश मालपानी, जीजी माथुर, बासु भाई, अनिल गोयल वकील, बसंत गुप्ता एडवोकेट आदि मौजूद रहे।