सड़क पर खड़े होकर भारत में चाय पीने की परंपरा का एक लंबा इतिहास है, जो लंबे अरसे से चला आ रहा है। हालाँकि, स्ट्रीट चाय की दुकान के संदर्भ में "चाय वाला" की अवधारणा ब्रिटिश औपनिवेशिक युग के दौरान अधिक प्रचलित हो गई। आजकल हर नाम से चाय वाल मिलेगा आपको , इंजीनियर चायवाला , एम बी ए चाय वाला आदि।
वर्तमान में श्री अनुभव दुबे भारत में नंबर 1 चायवाला कहा जा सकता है। उन्हें भारत के कुल्हड़मैन के रूप में भी जाना जाता है। वह चाय सुट्टा बार नामक अग्रणी खाद्य और पेय कंपनी के सह-संस्थापक हैं। 2016 में, उन्होंने इंदौर में सिर्फ तीन आउटलेट्स के साथ शुरुआत की और आज उनके भारत के 195 से अधिक शहरों में 450 से अधिक आउटलेट हैं, जिनमें नेपाल के साथ-साथ संयुक्त अरब अमीरात में भी आउटलेट हैं। इंदौर से शुरू किया गया छोटा सा स्टार्टअप अब देश की सबसे बड़ी चाय श्रृंखला बन गई है। अनुभव महज 22 साल के थे, जब उन्होंने अपने दोस्त आनंद नायक के साथ चाय का व्यवसाय शुरू किया था ।उनके 450 से अधिक आउटलेट्स अब करीब 195 शहरों में मौजूद हैं। वह अब इसका दूसरे देशों में भी विस्तार कर रहे हैं । वह हर दिन करीब 4.5 लाख कुल्हड़ चाय बेचते हैं। साथ ही उनके यहाँ अब 2000 से अधिक कर्मचारी हैं।