| अब खामोश बने रहने का वक्त नहीं:सुभाषनी अली (फोटो:असलम सलीमी) |
-- सांप्रदायिकता का उपयोग नाकामी छुपाने में :सुभाषनी अली
आगरा: बाम पंथी नेता सुश्री सुभाषनी अली ने कहा है कि सौहाद्रता भाईचारा भारत की संस्कृति का अभिन्न भाग है, दुर्भाग्य की बात है कि केन्द्र और राज्य सरकार अपनी असफलताओं को छुपाने के लिये इसी सदभावना को चोट पहुंचाने का कोयी अवसर नहीं छोड रहीं। आल इंडिया डैमोक्रेटिक वोमेन एसोसियेशन की अध्यक्ष के रूप में वह नागरी प्रचारिणी सभा आगरा के मानस भवन में आयोजित भाईचारा सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं।सुश्री अली ने कहा कि सरकार ने मीडिया की निष्पक्षता को पूरी तरह प्रभावित कर रखा है, असमति की बात जहां जनता के सामने आ नहीं पाती,वहीं सांप्रदायिकता को बढवा देने वाली छोटी से छोटी घटनाये बढचढ कर प्रसारित की जाती हैं।
उन्होंने कहा कि बने हुए माहौल बढ़ ती हुई मंहगाई, बेरोजगारी,भुखमरी की चुनौतियों पर धार्मिक कट्टरता हावी कर दी गयी है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारें जिन निजीकरण, उदारीकरण की नीतियों पर चल रही है उससे देश में मंहगाई, बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने केन्द्र सरकार द्वारा रेलवे की टिकट खिड़कियों को बन्द देने के फैसले को बेराजगारी बढाने वाला बताया। उन्होंने केंद्र सरकार ने आ टा, दाल चावल, दूध व उस से बनने बाले उत्पादों पर जी एस टी लगाने के कदम को ज्यादती करार दिया ,इससे इनकी कीमत में बढोत्तरी हो गयी है।
प्रख्यात रंगकर्मी एवं पत्रकार अनल शुक्ला ने कहा कि आज की जरूरत है सक्रिय रहने की ,उन्होंने कुछ पुरानी घटनाओं को याद करते हुए कहा कि सदभावना के प्रयास बनाये रखने के लिये जो भी कर सकता था किया और आगे भी जो संभव होगा करता रहूंगा।
| शहीदस्मारक समिति के अध्यक्ष डा आर सी शर्मा एवं अनय प्रबुद्धजन।फोटो:असलम सलीमी |