18 मार्च 2022

आगरा के साहित्‍यकारों ,कलाकारों,पत्रकारों का होली पर हुआ समागम

 -- स्‍वतंत्रता सेनानी करुणेशजी की  स्‍मृति में कई शख्सियतों को किया सम्‍मानित

केन्‍द्रीय विधि राज्‍य मंत्री प्रो.एस पी सिह बघेल सम्‍मनित पत्रकार एवं
साहित्‍यकार,कलाकारों के साथ। फोटो:असलम सलीमी

आगराः  हार्डी बम कांड के क्रान्तिकारी व यशस्वी पत्रकार स्व.रोशनलाल गुप्त करुणेश की स्मृति में मित्र मिलाप द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन बेलनगंज चौराहा पर किया गया। उसमें कला, संस्कृति, धर्म और राजनीतिकजनों का समागम रहा।  समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय विधि राज्यमंत्री प्रो.एसपी सिंह बघेल थे। अध्यक्षता विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने की।

 मनःकामेश्वर मंदिर के महंत योगेशपुरी ने आशीर्वचन दिए। राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित विशिष्ट अतिथि थीं। समारोह में वरिष्ठ पत्रकार आनंद शर्मा, वरिष्ठ चिकित्सक डा.मुनीश्वर गुप्ता, गजल गायक सुधीर नारायन, राष्ट्रीय खिलाड़ी रीना सिंह, फिल्म निर्देशक अनीता सिसौदिया को करुणेश स्मृति सम्मान दिया गया। गायक निशीराज के ईश्वर भक्ति और देशभक्ति गीतों

ने समां बांध दिया। उन देशभक्तों के जयघोष गूंज उठे। अंत में करुणेश जी के पुत्र,  साहित्यसेवी सर्वज्ञ शेखर गुप्त को दो मिनट की मोन श्रद्धांजलि दी गई। 

सम्‍मानित पत्रकार दैनिक जागरण के पूर्व संपादक आनंद शर्मा।
फोटो:असलम सलीमी

  पूर्व पार्षद दीपक खरे ने संचालन किया। धन्यवाद ज्ञापन आदर्श नंदन गुप्ता ने किया।

उल्‍लेखनीय है कि स्‍व रोशन लाल करुणश स्‍वतंत्रता सेनानी होने के साथ ही एक पत्रकार एवं साहित्‍य सर्जक भी थे। वैदिक एवं अध्‍यात्‍मिक साहित्‍य का उन्‍हों ने गहन अध्‍ययन किया हुआ था। संभवत: स्‍वतंत्रता उत्‍तरोतर काल के अकेले साहित्‍य सर्जक हैं,जिसने रामकथा के प्रमुख पात्रों सहित्‍य कम प्रचलित पात्र राम की बडी बहन शांता (पत्‍नी ऋषि श्रंग) एवं उर्मिला (पत्‍नी लक्ष्‍मण) के उपर लघु किन्‍तु सागर्भित काव्‍य रचनायें की हैं।

हार्डी बम कांड बेलनगंज में ही हुआ था,स्‍व.करुणेशजी की गतविधियां जीवन पर्यंत बेलनगंज से ही संचालित रहीं।बेलनगंज तिकोनियां पर उनका प्रतिष्‍ठान था। जहां सार्वजनिक जीवन से जुडे शहरवासियों का दिन भर आना जाना लगा रहता था।समय चक्र की नियति वश अब तो करूणेश जी के परिजन भी बेलनगंज छोड चुके हैं,लेकिन स्‍नेहीजनों का एक बहुत बडा कुटंम्‍ब यहां छोड गये हैं।इन्‍हीं के द्वारा उनकी स्‍मृति अपने बीच बनाये रखने को होली मिलन समारोह आयोजित किया जाता है। जिस स्‍थान पर करूणेश जी का प्रतिष्‍ठान (आवास एवं दूकान)थी ,अब वहां एक कामर्शियल कांप्‍लैक्‍स है।जिसका नाम स्‍नेहीजनों ने उनके ही नाम पर किया हुआ है।