17 फ़रवरी 2022

आगरा के ' मास्‍टर प्‍लान 2031' में बेहद कमियां सुझाव देने को एक महीना बढाया जाये

 --  इंफ्रास्ट्रक्चर एवं वित्तीय संसाधनों का उल्लेख नहीं 

आगरा का 'मास्‍टर प्‍लान 2031' चैंबर ने गिनायी कमियां 
आगरा: महायोजना 2031, विकास एवं नियोजन को दृष्‍टिगत एक महत्‍वपूर्ण दस्‍तावेज है, लेकिन इसमें न तो  ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्ट को ही दर्शाया गया है और न हीं यह स्‍पष्‍ट किया गया है कि इसे जमीन पर कैसे उतारा जायेगा। यह मामना है चैंबर के उन सदस्‍यों का जो कि प्‍लानिंग और ढाचागत सुविधाओं के सम्‍बन्‍ध में गहनाता से जानते हैं।  नेशनल  इंडस्‍ट्रीज ऐंड कामर्स यू पी आगरा के द्वारा गुरुवार 17 फरवरी को आयोजित वेवीनार में भाग लेने  वालों में से अधिकांश का मानना था कि मास्टर प्लान 2031 अस्पष्ट है। इसकी बारीकियों को समझने में कठिनाई आ रही है। अतःआपत्तियां एवं सुझाव भेजने के लिए 19 फरवरी से बढ़ाकर अंतिम तिथि 31 मार्च होनी चाहिए।

वक्‍ताओं ने कहा कि इसकी बारीकियों को समझने में कठिनाई आ रही है।  यह विषय अत्यंत गंभीर एवं महत्वपूर्ण  है क्योंकि आगरा के विकास से जुड़ा हुआ है। इसके प्रावधानों का बारीकी से अध्ययन किया जाना आवश्यक है। आपत्तियां एवं सुझाव शीघ्रता में भेजना उपयुक्त नहीं है। अतः आपत्तियां एवं सुझाव भेजने के लिए 19 फरवरी से बढ़ाकर अंतिम तिथि 31 मार्च होनी चाहिए। 
वेवीनार सहभागियों ने दिया सूझाव :मासटर प्‍लान के अध्‍ययन को अधिक
सार्थक बनाये जानेको एक महीने का समय और बढाया जाये

आगरा महायोजना 2031 के अंतर्गत चेंबर के सदस्यों द्वारा जो आपत्तियां एवं सुझाव भेजे गए हैं उनपर आज की वेबीनार में अपरिचर्चा की गई। सभी आपत्तियों एवं सुझावों को वरिष्ठ अधिवक्ता केसी जैन द्वारा वेबीनार में प्रतिभागियों के समक्ष प्रस्तुत किया गया।  प्रतिभागियों द्वारा सदस्यों द्वारा भेजी गई आपत्तियां एवं सुझावों को उपयुक्त पाया गया जिन्हें शीघ्र सकारात्मक कार्यवाही के लिए आगरा विकास प्राधिकरण को अगसरित  किया गया।

 विशेषज्ञों ने बताया कि कंसलटेंट ने  मास्टर प्लान में इंफ्रास्ट्रक्चर एवं वित्तीय संसाधनों का उल्लेख नहीं किया है जो आवश्यक था ।  प्लान में मेट्रो रेल तक को कहीं नहीं दिखाया गया है।  रिंग रोड का तीसरा चरण बन रहा है किन्तु उसका अलाइनमेंट एवं उसकी चौड़ाई गलत दिखाई गयी हैं।    श्री प्रह्लाद अग्रवाल ने कहा कि मैट्रो रेल दर्शाये जाने के साथ ही   मेट्रो रेल के प्रस्तावित कोर्रिडोरों पर कार पार्किंग भी दर्शायी जानी चाहिये। 

आगरा महायोजना 2031 के अंतर्गत चेंबर के सदस्यों द्वारा जो आपत्तियां एवं सुझाव भेजे गए हैं उन्‍हें वरिष्ठ अधिवक्ता केसी जैन द्वारा वेबीनार में प्रतिभागियों के समक्ष प्रस्तुत किया गया।  प्रतिभागियों द्वारा सदस्यों द्वारा भेजी गई आपत्तियां एवं सुझावों में से अधिकांश को उपयुक्त पाया गया जिन्हें शीघ्र सकारात्मक कार्यवाही के लिए आगरा विकास प्राधिकरण को अग्रेषित किया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि कंसलटेंट ने  मास्टर प्लान में इंफ्रास्ट्रक्चर एवं वित्तीय संसाधनों का उल्लेख नहीं किया है जो आवश्यक था ।वेवीनार के तारतम्‍य में  पुनः मंडलायुक्त महोदय  को समय सीमा बढ़ाने के लिए पत्र भेजकर अनुरोध किया गया है। 

वेबीनार में चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुनील सिंघल, कोषाध्यक्ष गोपाल खंडेलवाल, अप्सा के अध्यक्ष डॉ सुशील कुमार गुप्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता केसी जैन, चेंबर के पूर्व अध्यक्ष राजीव तिवारी, सदस्य प्रह्लाद कुमार अग्रवाल, रियल स्टेट उद्यमी  अरुण कुमार डंग, अनेक विकास प्राधिकरण में कार्यरत रहे मुख्य नगर नियोजक वेद मित्तल, युवा उद्यमी हेमंत जैन,  ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता, मुरारी लाल गोयल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।  जबकि वेबिनार का सञ्चालन प्रील्यूड स्कूल के स्वामी शुशील कुमार गुप्ता द्वारा किया गया।

वेवीनार में चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि आज दिनांक 17 फरवरी 2022 को आगरा मास्टर प्लान 2031 के संबंध में आपत्तियां एवं सुझाव भेजने पर चेंबर द्वारा विशेषज्ञों के साथ एक वेबीनार का आयोजन किया गया।  इससे पूर्व मास्टर प्लान 2031 पर पर चर्चा हेतु 4 फरवरी 2022 को भी एक वेबीनार का आयोजन किया गया था जिसमें सभी बुद्धिजीवियों ने माना था कि मास्टर प्लान 2031 अस्पष्ट है। 

  वेबीनार में चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुनील सिंघल, कोषाध्यक्ष गोपाल खंडेलवाल, अप्सा के अध्यक्ष डॉ सुशील कुमार गुप्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता केसी जैन, चेंबर के पूर्व अध्यक्ष राजीव तिवारी, सदस्य प्रह्लाद कुमार अग्रवाल, रियल स्टेट उद्यमी  अरुण कुमार डंग, अनेक विकास प्राधिकरण में कार्यरत रहे मुख्य नगर नियोजक वेद मित्तल, युवा उद्यमी हेमंत जैन,  ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता, मुरारी लाल गोयल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।  वेबिनार का सञ्चालन प्रील्यूड स्कूल के स्वामी शुशील कुमार गुप्ता द्वारा किया गया।