30 सितंबर 2021

पर्सनल इंफॉर्मेशन रखे छिपाकर रखें, अंजान से फ्रेंडशिप स्वीकार न करें - आई जी रेंज

- यूजर और पासवर्ड मांगने पर हमेशा वर्चुअल की बोर्ड का ही करें प्रयोग

आगरा,  गैंग के रूप में होने वाले अपराधों  के स्वरुप अब बदल गए हैं। इंटरनेट के प्रचलन के साथ ही जहां तमाम सुविधायें संभव हुई हैं, वहीं आन लाइन अपराध एक बडी चुनौती के रूप में सामने आया है. आन लाइन अपराधियों को हतोत्साहित करने के लिये पुलिस तो पूरी तरह से सक्रिय है ही ,लेकिन आन लाइन सेवाओं के प्रदाताओं और उपभोक्ताओं की सजगता भी जरूरी है, यह कहना है पुलिस के आई जी रेंज  आगरा श्री नवीन अरोरा का,जो कि   वाटर वर्क्स क्रॉसिंग, बलकेश्वर रोड पर आयोजित होटल अतिथिवन में नेशनल चैंबर आफ इडस्ट्रीज ऐंड कामर्स के द्वारा ' साइबर क्राइम के बढ़ते दखल के कारण उत्पन्न परेशानियां एवं उनके बचाव ' के संबंध आयोजित संगोष्ठी को मुख्यवक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे.

श्री अरोरा ने कहा कि  ऑनलाइन अपराध आसान होने के फलस्वरूप अब बहुत बडा रूप ले चुका है. साइबर क्राइम में फसने के बाद अपराधी पीडित का आर्थिक दोहन तो करते ही हैं, अन्य

प्रकार के शोषण भी करते हैं. अनेक मामलों में तमाम बच्चे अपनी जाने तक गमानी पडी हैं। उन्होंने कहा कि  फेसबुक एवं अन्य सोशल माध्यमों से साइबर क्रिमिनल आपका डाटा चुराते रहते है और फिर उसको विभिन्न साइबरक्रिमिनलों  को विक्रय  करते हैं। 

श्री अरोरा ने कहा कि साईबर क्रमिनल इतना शातिर होता है कि कई बार आपका डाटा आप से ही प्राप्त कर लेते है और धीरे-धीरे जब साइबर क्राइम में लोग फंस जाते हैं फिर उसका वह जमकर उसका दुरुपयोग करता हैं। उन्होंने चेताते हुए कहा कि अगर कोयी अश्लील साइट पर सर्फिंग करता है तो उसका डाटा सहजता के साथ अपराधियों के हाथ लग जाता है. इसी प्रकार  सोशल मीडिया मीडिया भी डाटा चुराने का प्रचलन में आ चुका माध्यम है। उन्होंने कहा कि बैंक एवं ऑनलाइन शॉपिंग , ई कंपनियों आदि से होने वाला ई कम्यूनिकेशन भी चूक होते ही डाटा चोरी होने का माध्यम हो सकता हैं। 

श्री अरोरा ने कहा कि एक बार अगर डाटा किसी के हाथ लग जाये तो वह उसका दुरोपयोग कर अनचाहे मैसेज खुद भेजने लगता है या दूसरों को पास कर देता है. मेल-मैसे जो की भरमार के कारण कभी कभी महत्वपूर्ण मेसेज िबना पढे ही रह जाते हैं. इन मेसेजों से मोबाइल व कंप्यूटर की मेमोरी भी खत्म होने लगती है।  अतः अपना डाटा देते समय हमेशा सावधानी बरतें। कभी भी सोशल मीडिया पर अपनी न्यूट  फोटो अपलोड न करें। उसका जबरदस्त दुरुपयोग होता है। आपको धमकियाँ मिलना प्रारम्भ हो जाती हैं। 

उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूकता ज्ञान एवं सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है।  आपका डाटा ग्रुप एडमिंस के माध्यम से भी सोशल मीडिया पर शेयर होता रहता है।  कभी भी अनजान व्यक्ति से फ्रेंडशिप स्वीकार न करें। आपके द्वारा फ्रेंडशिप स्वीकार करने पर आपके साथी भी उसमें फंस सकते हैं।  फेसबुक पर जन्मदिन के उत्सवों के समय हम अपने परिवार के समस्त डाटा पोस्ट कर देते हैं। यह बिल्कुल ही गलत है। कभी भी अपनी व्यक्तिगत सूचनाएं शेयर न करें। उन्हें हमेशा छुपा कर रखें।

आई जी रेंज ने कहा कि  पेमेंट के ऑप्शन में हमेशा यह ध्यान रखें कि केवल क्रेडिट पर क्लिक करें, गलती से भी डेबिट पर क्लिक न करें।  साइबर क्रिमिनल ई कंपनियों के नाम में मामूली परिवर्तन करके नकली कंपनियां बनाकर आपको गेम आदि में विनर बता कर आपके खाते में पैसा क्रेडिट करने का बहाना लगाती हैं और क्रेडिट के स्थान पर डेबिटेड पर क्लिक  करवाती हैं उससे आपके खाते से पैसा डेबिट हो जाता है।

 श्री  अरोड़ा  ने कहा कि साइबर क्रिमनल के चंगुल में फंसना जितना आसान है,वहीं दूसरी ओर अगर थोडी सी भी सावधान अगर बरतते है तो सुरक्षित रहना भी सहज है. यूजर नेम और पासवर्ड मांगने पर हमेशा वर्चुअल कीबोर्ड का ही प्रयोग करें।  सरकार द्वारा बचाव के लिए जो सुविधाएं प्रदान की गई है उन पर बहुत ध्यान देने की जरूरत है। उनका अनुसरण पूरी तरह से किया जाए। तभी आप साइबर क्राइम से बच सकते हैं।  सरकार द्वारा हर पुलिस स्टेशन पर साइबर क्राइम खोल गया है हर जिले में एक साइबर क्राइम सेंटर खोला गया है। कोई भी किसी प्रकार साइबर क्राइम का शिकार होने पर शीघ्र  पुलिस को सूचना देनी चाहिए।उन्होंने कहा कि पुलिस ने साइबर क्राइम की चुनौती का मुकाबला करने के लिये हर पुलिस स्टेशन पर इस अपराध के नियंत्रण की व्यवस्था है और हर जिले में खोला गया है साइबर क्राइम सेंटर व्यापक व्यवस्था की गहुई है
चैंबर अध्‍यक्ष मनीष अग्रवाल एवं पदाधिकारियों ने
 किया आई जी रेंज श्री नवीन अरोडा का स्‍वागत
.
प्रारंभ में चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में साइबर क्राइम चर्म पर बढ़ा हुआ है और इससे बचाव के उपायों को जानना बहुत जरूरी है।उन्होंने कहा कि  इस विषय में  श्री नवीन अरोरा जी -आईजी रेंज आगरा को महारथ  हासिल है।  जब वे कप्तान पद पर तैनात थे ऐसे हजारों केस खोले थे। आज भी इस क्षेत्र में बढ़ चढ़कर काम कर रहे हैं। उनके द्वारा दी गई टिप्स से चैम्बर सदस्य निश्चित रूप से लाभान्वित होंगे।

बैठक का संचालन सोशल मीडिया सेल के चेयरमैन सचिन सारस्वत द्वारा किया गया। सचिन सारस्वत ने आईजी महोदय से साइबर क्राइम पर एक बड़ी बैठक का अनुरोध किया जिससे कि बड़े स्तर पर लोगों को लाभ मिल सके।

 पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया और उम्मीद जतायी कि कि साइबर क्राइम से बचने के लिए आईजी साहब के द्वारा जो उपाय बताए गए हैं उनसे हमारे सदस्य अवश्य ही उपयोगी साबित होंगे। 

 बैठक में चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुनील सिंघल, सोशल मीडिया प्रकोष्ठ के चेयरमैन सचिन सारस्वत, आदि भी संवाद करने वालों में शामिल थे.सर्वश्री  सुनील गर्ग, संजय गोयल, मुकेश फतेहपुरिया, राजेश कुमार अग्रवाल, नरेंद्र तनेजा, राजेश अग्रवाल, राकेश चौहान, अतुल बंसल, पूर्व अध्यक्ष शांति स्वरूप गोयल, राजकुमार अग्रवाल, सीताराम अग्रवाल, प्रदीप कुमार वार्ष्णेय,योगेंद्र सिंघल, अमर मित्तल, अनिल वर्मा, प्रमोद कुमार अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, महेंद्र कुमार सिंघल, अशोक कुमार गोयल, राजीव तिवारी, श्रीकिशन गोयल, राजीव अग्रवाल, कार्यकारिणी समिति सदस्य रविंद्र अग्रवाल, पवन पैंगोरिया, उदय कुमार अग्रवाल संजय गर्ग,सतीश अग्रवाल, अभिषेक शर्मा, मनोज कुमार गुप्ता, मुरारी लाल गोयल, राजेंद्र गर्ग, राकेश मंगल आदि  भी उपस्थितों में शामिल थे.