-- इमाम हुसैन को अध्यात्मिक सूफी संगीत से याद किया
इस अवसर पर युवा संगीतज्ञ अनल झा को उनकी सूफी संगीत के प्रति रहती आयी निष्ठा एवं आयोजन के लिये आयोजन के लिये युवा संगीतज्ञ अनल झा को सम्मानित किया गया जिन्होंने। उन्होंने बांसुरी और 'किकोन' जैसे वाद्यों की प्रस्तुतियां देकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया । पूर्व में सांस्कृतिक कार्यकर्ता डॉ विजय शर्मा ने अनल झा का परिचय देते हुए बताया कि अनल झा मूलतः अररिया बिहार से हैं और उनकी औपचारिक शिक्षा स्वाध्याय के अतिरिक्त एन आई एफ टी से हुई है । डा शर्मा ने बताया कि सामाजिक बदलाव के उद्देश्यों के लिए अनल ने कला को माध्यम चुना
और अभी आगरे में रहते हैं।आस्ताना ए मैकश पर आयोजित उर्स कार्यक्रम में सैयद अजमल अली शाहक़ादरी सैयद फ़ैज़ अली शाह आदि। |
खानक़ाह पर सैयद अजमल अली शाह क़ादरी नियाज़ी ने भाईचारा और वैश्विक सदभाव को समर्पित अपने उद्बोधन में कहा कि ज़ुल्म की इंतेहा ही उसके खत्म होने का कारण बनती है।
इस अवसर पर आस्ताना ए मैकश के जा़यरीन के अलावा शहर के सर्वधर्म सदभावी बडी संख्या में मौजूद रहे।