30 मार्च 2021

उड़ान योजना के तहत तीन दिन में 22 मार्गों पर परिचालन शुरू

 

नई दिल्ली -  देश के दूर-दराज के क्षेत्रों को जोड़ने के क्रम में उड़ान योजना के तहत पिछले तीन दिन में 22 नए मार्गों पर परिचालन शुरू किया गया जिनमें से 6 मार्ग पूर्वोत्त भारत में हैं। उड़ान योजना के तहत शिलॉन्‍ग (मेघालय) से अगरतला (त्रिपुरा) तक की पहली सीधी उड़ान को आज शुरू किया गया। इससे पहले, कल शिलॉन्‍ग (मेघालय) – सिलचर (असम) मार्ग पर उड़ानों का परिचालन सफलतापूर्वक शुरू किया गया। इस अवसर पर नागर विमानन मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इिंडया के वरिष्‍ठ अधिकारी और अन्‍य महत्‍वपूर्ण हितधारक उपस्थित थे। इन मार्गों पर परिचालन शुरू होने के साथ ही देश के सभी इलाकों में हवाई सेवाओं का नेटवर्क मजबूत करने के लक्ष्‍यको हासिल करने के साथ ही वहनीय हवाई यात्रा उपलब्‍ध कराने तथा क्षेत्रीय मार्गों पर आर्थिक दृष्टि से व्‍यवहारिक और लाभदायक हवाई यात्रा मुहैया कराना संभव होगा। अब तक उड़ान योजना के तहत भारत भर में ऐसे 57 हवाई अड्डों जहां विमान परिचालन बहुत कम या बेहद कम था (इनमें पांच हेलीपोर्ट और दो जल एयरोड्रोम शामिल हैं), वहां 347 मार्गों पर उड़ानों का परिचालन शुरू किया गया है।

28 मार्च, 2021 को उड़ान योजना के तहत 18 नए मार्गों पर परिचालन शुरू किया गया था। इनमें गोरखपुर (उत्‍तर प्रदेश) से लखनऊ (उत्‍तर प्रदेश), जो कि एक राज्‍य समर्थित उड़ान मार्ग है, कर्नूल (आंध्र प्रदेश) से बैंगलुरू (कर्नाटक), विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) और चेन्‍नई (तमिलनाडु), आगरा (उत्‍तर प्रदेश) से बैंगलुरू (कर्नाटक) तथा भोपाल, (मध्‍यप्रदेश), प्रयागराज (उत्‍तर प्रदेश) से भुवनेश्‍वर (ओडिशा) और भोपाल (मध्‍य प्रदेश) शामिल हैं। इन मार्गों के अलावा डिब्रूगढ़ (असम) से दीमापुर (नगालैंड) के बीच भी हवाई सम्‍पर्क कायम किया गया।

उड़ान-4 निविदा प्रक्रिया के तहत पिछले साल इंडिगो एयरलाइन्‍स को शिलॉन्‍ग - अगरतला, शिलॉन्‍ग –सिलचर, कर्नूल – बैंगलुरू, विशाखापट्टनम  और चेन्‍नई मार्गों पर परिचालन की जिम्‍मेदारी सौपी गई। इसके अलावा उड़ान-3 के तहत आगरा से बैंगलुरू और आगरा से भोपाल मार्ग, उड़ान-2 के तहत प्रयागराज से भुवनेश्‍वर और प्रयागराज से भोपाल मार्ग, और उड़ान-3 निविदा प्रक्रिया के तहत डिब्रूगढ़ से दीमापुर का मार्ग परिचालन के लिए सौंपा गया। एलायन्‍स एयर को उड़ान-3 निविदा प्रक्रिया के तहत लखनऊ-गोरखपुर मार्ग पर परिचालन की जिम्‍मेदारी सौंपी गई है।