3 मार्च 2021

आगरा के पत्रकारों को कौरोना संत्रास से उबार गया ' मीडिया कान्‍कलेव 2021'

 --जमकर हुई पेशागत चर्चायें , डटकर सामना करने को लिया संकल्‍प 

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मंचस्‍थों में हैं प्रख्‍यात पत्रकार अमिताभ अग्‍निहोत्री,सुश्री गरिमा सिंह,सांसद प्रो एस पी सिह बघेल,राजीव सक्‍सेना, अम्‍बरीश गोण सुशील गुप्‍ता, अजय शर्मा, बृजेश शर्मा  मनीष अग्रवाल,अनिल शर्मा आदि।

                फोटो:असलम सलीमी

                                                                                                                                            

आगरा। कार्पोरेट  काउंसिल फॉर लीडरशिप एंड अवेयरनेस (Corporate council for Leadership and Awareness -CCLA) द्वारा आगरा के  होटल हॉलिडे इन में मीडिया कॉन्‍कलेव  2021 का आयोजन बौद्धिक चर्चाओं के साथ संपन्‍न हुआ। कोरोना संक्रमण के एक साल से चल रहे दौर के बाद 28फरवरी का यह आयोजन पहला अवसर था जबकि निरुत्‍साह की स्‍थिति से न केवल पत्रकार उबरे आपितु अपनी शक्‍ति का अहसास एक बार फिर से नये अंदाज में उन सभी को करवाया जो कि मीडिया को अशक्‍त मानकर उसका मनमना उपयोग

करने के मंसूबे बनाये हुए थे। 

जैसा कि अक्‍सर सीनियर जर्नलिस्‍ट अपने अनुभवों को इस प्रकार के अवसरों पर अपने हम-पेशाओं के साथ साझा करते हैं , प्रख्‍यात टेलीविजन एंकर अमिताभ अग्निहोत्री ने भी  पत्रकारों से कहा कि सुविधाओं को जुटाने के लिये ही पत्रकारिता करना अब बीते समय की बात हो गयी है। अगर चुनौतियों का सामना करने को संकल्‍पशील हो तभी पत्रकारिता आगे भी करते रहें। 

कॉन्क्लेव के मुख्य अतिथि आगरा के  सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल ने पत्रकारों की पेशगत चुनौतियों पर चर्चा करने के साथ ही उनको जीवन यापन के लिये मिलने वाले वेतन और रिटायरमेंट पर मिलने वाली पेंशन को लेकर चिता जतायी ।दैनिक जागरण के रिटायर फोटो जर्नलिस्‍ट श्री असलम सलीमी के द्वारा अपनी एक महीने की  पेशन पी एम कोविड फंड में दान दिये जाने का उल्‍लेख करते हुए कहा कि वह  श्री सलीमी की उनके  जज्‍बे को लेकर बहुत इज्‍जत  करते है किन्‍तु जब उन्‍हे मिलने वाली पेंशन की राशि की जानकारी हुई तो वह असंयत से हो गये । अब तक नहीं समझ पा रहे है कि पत्रकार रिटायर होने के बाद इतनी कम पेंशन से कैसे काम चलाते होंगे। 

गैस्‍ट के रूप में मंचस्‍थ नेशनल टी वी ऐंकर गरिमा सिंह पत्रकारों के समक्ष चुनौतियों की स्‍थिति पर सहमति तो जतायी किन्‍तु कहा कि अगर बहुत ज्‍यादा हटवादी या समझौता वादी नहीं हैं तो कोयी न कोयी रास्‍ता निकाल ही लेते हैं।

सुश्री सिह ने कहा कि "दैनिक समाचार पत्र फॉलोअप से मुँह मोड़ रहे है। मेरा ऐसा मानना है कि भविष्य में आने वाले पत्रकारों के लिए यूपीएससी की तर्ज पर एक परीक्षा जरूर होनी चाहिए। ताकि मीडिया में सही मायने में बौद्धिक क्षमता कायम रहे।

 पूर्व में  कॉन्क्लेव का उद्घाटन मुख्य अतिथि सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल के साथ नेशनल टीवी एंकर अमिताभ अग्निहोत्री, गरिमा सिंह, एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर, आयोजन अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता, सीसीएलए आगरा के अध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र सिंह भगौर, ताज प्रेस क्लब के अध्यक्ष अनिल शर्मा, नेशनल यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) के विवेक जैन, उपजा के महासचिव अशोक अग्निहोत्री, नेशनल मीडिया क्लब के अध्यक्ष सचिन अवस्थी, ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्याम सुंदर पाराशर, पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सिंह, दीप्ती जैन ने सयुक्त रूप से दीप प्रवज्जलित कर किया।

मीडिया कॉन्क्लेव में पांच सत्र हुए, जिसमें पत्रकार, साहित्यकार और बुद्धिजीवियों ने शिरकत की। पैनल

 सांसद प्रो.एस पी सिंह , अभमिताभ अग्‍निहोत्री,सुश्री गरिमा सिंह
डा.भागौर,रसुश्री गरिमा सिंह ने असलम सलीमी को किया सम्‍मानित।

स्कशन में मीडिया जगत की वर्तमान दशा और दिशा, वर्तमान परिदृश्य में चुनौती और अवसर, उपेक्षित बौद्धिक श्रमिक, मीडिया बनाम सोशल मीडिया और पत्रकारिता में घटती विश्वसनीयता जैसे विषयों को शामिल किया गया। इस मौके पर मीडिया जगत में अपनी उत्कृष्ट कार्यशैली से मिसाल पेश करने वाली शख्सियतों को नोबेल मीडिया अवार्ड भी प्रदान किये गए।

कॉन्‍कलेव के पंच सत्र

पहला सत्र : मीडिया जगत की वर्तमान दशा और दिशा

मीडिया कॉन्क्लेव का आगाज में पहला सत्र "मीडिया जगत की वर्तमान दशा और दिशा" पर मंथन के साथ हुई। जहाँ सत्र के बुद्धिजीवियों में डॉ. गिरिजा शंकर शर्मा, डॉ. सुशील गुप्ता, बचन सिंह सिकरवार, डॉ. सुरेंद्र सिंह एवं विनोद भारद्वाज ने सत्र के विषय पर बेबाकी से अपने-अपने विचार रखे। इस दौरान विख्यात टीवी एंकर अमिताभ अग्निहोत्री और गरिमा सिंह ने भी वक्ताओं से सवाल-जवाब किए।

द्वितीय सत्र : वर्तमान परिदृश्य में चुनौती और अवसर

कॉन्क्लेव के दूसरे सत्र का विषय "मीडिया जगत के वर्तमान परिदृश्य में चुनौती और अवसर" रहा जिसके पैनल में विवेक जैन, सचिन अवस्थी, राजीव दधीच एवं डॉ. सुशील गुप्ता ने मीडिया की वर्तमान हालत और उसके लिए किए जाने वाले सार्थक प्रयासों की ओर उपस्थित पत्रकार बंधुओं का ध्यानाकर्षित कराया। इस बीच अमिताभ अग्निहोत्री और गरिमा सिंह और वक्ताओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए चुनौतियों को एकजुट होकर दूर करने की बात कही।

तृतीय सत्र : उपेक्षित बौद्धिक श्रमिक

"उपेक्षित बौद्धिक श्रमिक" विषय के साथ शुरू हुए तीसरे सत्र में सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल, राजीव सक्सेना, पवन आगरी, अम्बरीष गौर एवं अनिल शर्मा शामिल रहे। इस दौरान हमेशा से उपेक्षित रहे बौद्धिक श्रमिकों को किस प्रकार केंद्र और राज्य सरकारों से लाभान्वित किया जा सके, इस पर अमिताभ अग्निहोत्री और गरिमा सिंह ने चर्चा की। जहां सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल ने इस ओर सरकार का ध्यानाकर्षण करने का आश्वासन दिया।

चौथा सत्र : मीडिया बनाम सोशल मीडिया

मीडिया कॉन्क्लेव के चौथे सत्र में "मीडिया बनाम सोशल मीडिया" विषय पर पूरन डावर, शंकर देव तिवारी, विवेक पाठक, डॉ. रजनीश त्यागी, पूजा श्री एवं डॉ. सर्वज्ञ शेखर गुप्ता ने प्रतिभाग किया। वहीं टीवी एंकर गरिमा सिंह ने वक्ताओं से इस चुनौती पर उनकी राय जानी। जहाँ मंचासीन वक्ताओं ने खुले मन से अपनी बात रखी।    

पांचवा सत्र : पत्रकारिता में घटती विश्वसनीयता

कड़ी दर कड़ी सत्रों की श्रंखला में पांचवे सत्र के दौरान "पत्रकारिता में घटती विश्वसनीयता" विषय को गंभीरता से रखा गया। जिसमें मॉडरेटर गरिमा सिंह, पूरन डावर, विनोद भारद्वाज, डॉ. सुरेंद्र सिंह भगौर, श्याम सुन्दर पाराशर, डॉ. महेश धाकड़ ने इस विषय पर अपने तर्क दिए।  साथ ही पत्रकारों को हर वक़्त सतर्क रहने और खबरों के स्रोत की हकीकत परखने पर बल दिया।

विशेष रूप से ये रहे मौजूद

सीसीएलए की एग्जीक्यूटिव काउंसिल के रोहित जैन, मोहित जैन, डॉ. राम नरेश शर्मा, संजय सिंह, अशोक अग्निहोत्री, मनीष अग्रवाल, विशाल शर्मा, आदर्श नंदन गुप्त, दिवाकर शर्मा, डॉ. अरुन शर्मा, रंजीत यादव, डीजीसी आगरा अशोक चौबे, डेन नेटवर्क के निदेशक प्रकाश गुप्ता, बचन सिंह सिकरवार, अजय शर्मा (स्वराज टाइम्स), किशन चतुर्वेदी, ओम पाराशर, दिवाकर शर्मा, समीर कुरैशी, असलम सलीमी आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।

-- नोबेल मीडिया अवार्ड 

लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

स्वतंत्रता संग्राम के नायक और सैनिक हिंदी दैनिक के संस्थापक स्वर्गीय श्री कृष्ण दत्त पालीवाल को नोबेल मीडिया लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया जोकि उनके पौत्र देवेंद्र दत्त पालीवाल ने ग्रहण किया। इससे पूर्व वरिष्ठ पत्रकार रमाशंकर शर्मा ने स्वर्गीय श्री कृष्ण दत्त पालीवाल जी के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में विस्तार से बताया।  

नोबेल मीडिया आउटस्टैंडिंग कंट्रीब्यूशन अवार्ड

 विनोद भारद्वाज,  राजीव सक्सेना,  जनाब सिराज कुरैशी,डा. महेश चन्द्र धाकड़, आदि वरिष्ठ पत्रकारों को प्रदान किये गये।

 लीडरशिप अवार्ड 

 मनोज मिश्रा, सिटी इंचार्ज, हिंदुस्तान, संजीव जैन, सिटी इंचार्ज, दैनिक जागरण,चंद्रमोहन शर्मा, सिटी इंचार्ज, अमर उजाला आदि को प्रदान कर सम्‍मानित किया गया।