--नॉ करोड की योजना ,जलसरक्षण के साथ ही ढांचागत सुध्रढता संबधी होंगे कार्यअधिशासी अभियंता राजेंद्र गिरि के साथ जलाधिकार फाऊंडेश के अध्यक्ष
डा अनुराग शर्मा ,इंं तत्सत शर्मा एवं राजीव सक्सेना ।
गेटिड स्ट्रैक्चर से रैग्यूलेट होगा इंटेक-आऊटलेट पर झाल का जलस्तर नियंत्रण को नहरी पानी फ्लो। |
यह प्रोजेक्ट चौ.उदयभान सिह के द्वारा मंत्री के रूप में 19जनवरी 2020 को किये गये दौरे से संभव हो सका है। फिलहाल अधिशासी अभियंता राजेंद्र गिरि के द्वारा तैयार की गयी रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है।
तीर्थ विकास परिषद की सूची का प्रोजेक्ट होने के बावजूद यह मुख्य रूप से बृज के पर्यावरण और भूजल संरक्षण को प्रधानता प्रदान करने वाला है। एक्युफर स्टैडी संबधी जानकारियों के अनुसार जोधपुर जलाशय से फरह और अछनेरा क्षेत्र के दर्जनों गांवों के भूजलस्तर में सुधार आयेगा। भूजल कम हो जाने से टर्मिनल राजवाह और सिकंदरा राजवाह के कमांड एरिआओं के पोखर और तालाबों में पानी के जल्दी ही जलशून्य हो जाने की स्थति समाप्त हो जायेगी।
जैविक विविधा की दृष्टि से ये काफी उपयोगी हो जायेंगे। फरह विकास खड के गांवों से लेकर एन एच आई की आऊटर रिंग रोड तक आने वाले गांवों में अनुकूल स्थतियां होने से हरियाली अच्छादन की सघनता बहुत बढ जायेगी।जल अधिकार फाऊंडेशन के अध्यक्ष डा अनुराग शर्मा ने बताया कि फाउाडेशन इस प्रोजेक्ट के लिये काफी समय से प्रयसरत थी । चौ.उदयभान सिह का मंत्री के रूप मे दौरा प्रयासों का निर्णायाक चरण था। डा शर्मा ने कहा कि अब जोधपुर झाल प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा संज्ञान में लिया जा चुका है।
डा शर्मा ने कहा कि सोमवार को जलाधिकार फाऊंडेशन का एक प्रतिनिधि मंडल अधिशासी अभियंता श्री गिरि से उनके कार्यालय में मिला था,इस मुलाकात के दौरान उन्हों ने बताया कि रिपोर्ट तैयार कर शासन को प्रेषित की जा चुकी है।