सकारात्मकता से भरपूर रहा 'आनन्द श्रीवास्तव ' का कार्यकाल
-- लोअर लेक
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'सूर सरोवर लोअर लेक' जल अधिकार फाऊंडेशन प्रयास जारी रखने को संकल्पित (असलम सलीमी:फोटो) |
आगरा : चम्बल सैंचुरी राष्ट्रीय प्रोजेक्ट के उपसंरक्षक आनन्द श्रीवास्तव की सेवा काल की अवधि समाप्त जरूर हो गयी है किन्तु आने वाले समय में भी उनके कार्यकाल में शुरू हुए कार्य यदि आगे भी जारी रह सके तो वन्यजीवों ही नहीं, नेशनल चम्बल सैंचुरी प्रोजेक्ट के तहत आने वाली सैंचुरियों के ईको सैंस्टिव जोनो के आसपास के गांवों को बडी राहत संभव होगी ,यह कहना है जलाधिकार फाऊंडेशन आगरा इकाई के अध्यक्ष डा अनुराग शर्मा का। उन्होंने कहा कि संक्रमण के कारण श्री श्रीवास्तव का कार्यकाल खमोशी के साथ जरूर समाप्त हो गया लेकिन आने वाले समय में वह जहां भी होंगे आगरा बुलाकर उनके अनुभवों और उनके साथ रहे प्रबुद्ध नागरिकों एवं संगठनों के अनुभवों का आदान प्रदान जरूर किया जायेगा।
डा शर्मा ने कहा कि आनन्द जी के कार्यकाल में सबसे दमदार प्रयास सूर सरोवर लोअर लेक को बनाये जाने को लेकर हुआ। वन्यजीवों की जरूरत को पूरा करने और यमुना के प्रदूषण को कम करने को दृष्टिगत यह कार्य अंजाम तक नहीं पहुंच पाया किन्तु फाऊंडेशन इसके लिये आगे भी लगातार प्रयासरत रहेगा।नितिन अग्रवाल , विनोद गुप्ता,भारद्वाज एडवोकेट,डी के तिवारी, शैलेंद्र सिंह नरवार आदि ने कहा है कि कीठम लोअर लेक एक अहम प्रोजेक्ट है जो कि यमुना में प्रदूषण की अधिकता के दिनों में खास उपयोगी साबित हो सकता है।
नौका बिहार
सूर सरोवर के शांता घाट पर वन विभाग के द्वारा सरोवर में सैलानियों के लिये नावों का प्रबंधन किया हुआ है।श्री आनन्द श्रीवास्तव ने अपने कार्यकाल में इस व्यवस्था में व्यापक बदलाव किया और सेफ्टी जैकिटें व आधुनिक मैन्युअल आप्रेटिड पैडल बोटों की व्यवस्था समावेषित करवायी। भ्रमणार्थी अब अधिक सुरक्षा भाव के साथ नौकायन का लुफ्त उठाकर अपने अनुभवों से दूसरों को भी यहां आने को प्ररित कर रहे हैं।
इस केन्द्र की शुरूआत ताज ट्रिपेजियम जोन की बन एवं वन्यजीव संपदा के बारे में आधिकारिक जानकारियां संग्रहित किये जाने को लेकर की गयी थी। कई कार्यक्रमो के होने के बावजूद इसे अपेक्षित गतिशीलता नहीं मिल सकी।
इसी प्रकार एक अन्य प्रोजेक्ट सूर सरोवर 'नेचर रिसोर्स सेंटर' की स्थापना को लेकर रहा । डीम्ड वि वि दयालबाग की ज्योलाजी विभाग के अध्यक्ष एवं प्रख्यात पर्यावरण विद प्रो संत प्रकाश के द्वारा किया गया।
जलाधिकार फाउंडेशन के राष्टीय अध्यक्ष गोपाल कृष्ण, वरिष्ठ अर्थशास्त्री एवं संगठन सचिव कैलाश गोदुका, राष्ट्रीय सचिव अवधेश उपाध्याय ने कहा है कि प्रकृति के संरक्षण में अध्ययन और सर्वेक्षणों की अहम भूमिका होती है, अगर राष्ट्रीय चम्बल सैंचुरी प्रोजक्ट प्रबंधन 'सूर सरोवर' पक्षी अभ्यारण्य में रिसोर्स सैंटर संचालित करता है तो फाऊंडेशन उसे भरपूर सहयोग करेगा। फाऊंडेशन के राष्ट्रीय सचिव श्री अवधेश उपाध्याय ने उपवन संरक्षक श्री आनंद श्रीवास्तव के कार्यकाल को उपलब्धि पूर्ण बताते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के शुरू हुए प्रोजेक्टों को आगे बढाने का प्रयास किया जायेगा।
आगरा का मोगली
रिसोर्स सेंटर से भावनात्मक लगाव रखने वाले लोकस्वर के अध्यक्ष राजीव गुप्ता का कहना है कि यह प्रोजेक्ट अहम ओर वनयजीव संरक्षण के बारे जानकारी देने वाला है। इसे जारी रखा जाना चाहिये। उल्लेखनीय श्री गुप्ता ने इस सैंटर के लिये पहले 'योगदान ' के रूप में उस भेडिया बालक की जानकारी देने वाली किताब दी थी जिसने कि सिकन्दरा आर्फनेज में कई दशक बिताये थे। इसे 'आगरा का मोगली' के रूप में अब भी जाना जाता है।
आगरा का मोगली
रिसोर्स सेंटर से भावनात्मक लगाव रखने वाले लोकस्वर के अध्यक्ष राजीव गुप्ता का कहना है कि यह प्रोजेक्ट अहम ओर वनयजीव संरक्षण के बारे जानकारी देने वाला है। इसे जारी रखा जाना चाहिये। उल्लेखनीय श्री गुप्ता ने इस सैंटर के लिये पहले 'योगदान ' के रूप में उस भेडिया बालक की जानकारी देने वाली किताब दी थी जिसने कि सिकन्दरा आर्फनेज में कई दशक बिताये थे। इसे 'आगरा का मोगली' के रूप में अब भी जाना जाता है।