5 जनवरी 2020

जेएनयू में हिंसा के पीछे हाथ किसका

जेएनयू  ज. से. सतीश यादव की आंख पर चोट 
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय अब बिग मैस बनता जा रहा है। ताज़ी घटना में रविवार की शाम को  जेएनयू में छात्रों पर सुनियोजित तरीके से किया गया हमला अत्यंत दुखदायी, निंदनीय व चिंताजनक है।नकाबपोश लोगों ने  जेएनयू के निहत्थे छात्रों को लाठी, डंडों और राड से पीटकर घायल कर दिया।  वामपंथी छात्रों और भाजपा से जुड़े छात्र संगठन एबीवीपी ने एक-दूसरे पर हमले में शामिल होने का आरोप लगाया है। बताया जाता है कि घायल छात्रों में उन्नीस छात्र, सभी वाम-समर्थित समूहों से, और पांच शिक्षक घायल हुए जिन्हें  अस्पताल में भर्ती कर दिया गया । हादसे के दौरान  एक विदेशी  सूरी नाम के छात्र को इतना मारा गया  कि उसका सिर फट गया और उसे एम्स में दाख़िल  कर दिया  गया है । विश्वविद्यालय के एक छात्र जयंत जिज्ञासु ने ट्वीट में  कहा कि  जेएनयू अपनी अहिंसक प्रकृति के लिए जाना जाता रहा है। मगर जिस तरह कल स्टयुडेंट युनियन के महासचिव  सतीशचंद्र यादव, आज अध्यक्ष आइशी घोष समेत अनेक एक्टिविस्ट्स व छात्रों को बुरी तरह पीटा गया है, वह अत्यंत ही शर्मनाक व भयावह है।किसी भी तरह की हिंसा जेएनयू की आत्मा पर प्रहार है।