19 जनवरी 2020

आगरा में 'राम नामी खि‍चडी और रामनामी खीर ' के साथ मनाया गया मकर संक्राति‍ पर्व

-- श्रीनाथ जलसेवा समाज के लि‍ये अनुकरणीय:डा जी एस धर्मेश
रैनबसेरा  में मनाया गया मकरसंक्राति‍ पर्व ,प्रदेश के मांत्री
डा जी एस धर्मे ने कि‍या संबोधि‍त। फोटो:असलम सलीमी
आगरा:' शि‍शि‍र की लम्‍बी रातें और कड-कडती ठंड के दौर के बाद मकर संक्राति‍ का पर्व जनमानस में राहत का अहसास और नये उत्‍साह की संभावनाये लेकर आता है। समाज के सभी वर्ग इसे अपने आपने तरीके मानाते है' यह कहना है उत्‍तर प्रदेश शसन के मांत्री डा जी एस धर्मेश का जो कि‍   श्रीनाथ जी जल सेवा के तत्‍वावधान में इसे 'राम नामी खि‍चडी और रामनामी खीर ' वि‍तरण कार्यक्रम का उद्घाटन कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि‍ हकीकत में यह उस सामाजि‍क समरसता की ही अभि‍व्‍यक्‍ति‍ है , जो देश की तरक्‍की के लि‍ये सबसे जरूरी है। 
डा धर्मेश ने कहा कि‍ श्री वांकेलाल जी के प्रयासों की आगरा में एक महत्‍वपूर्ण भूमि‍का रही है। जि‍नके पीछे छि‍पे परमार्थ भाव का हम सभी सम्‍मान करते हैं।
 पूर्व में कार्यक्रम का उद्घाटनन घनश्‍याम गोयल माथुर कोहनूर ज्‍वैलर्स) ने कि‍या । मुख्‍याति‍थि‍ श्रीमती बबि‍ता चौहान ने कहा कि‍ सामज सेवा के कि‍सी प्रयास को वह महत्‍वपूर्ण मानती हैं और अपनी  ओर से इसमें
हरसंभव सहयोग को प्रयास करती हैं।
(प्रदेश शासन के मंत्री
 डा जी एस धर्मेश )
श्रीनाथजी जल सेवा के मुख्‍य  दासुनदास बांके लाल महेश्‍वरी के द्वारा सोवा भावि‍यों के सहयोग और उदारता का उल्‍लेख करते हुए कहा कि‍ श्रीनाथ जलसेवा का मुख्‍य अधार वे मानवीय संवेदनायें ही है जो शहर के समाज सेवि‍यों को परमार्थ के लि‍ये प्रेरि‍त करती हैं। 
उन्‍होंने कहा कि हम सब के लि‍ये यह अत्‍यंत संतोश का वि‍षय है कि‍ इस बार शि‍शि‍र काल में रहे कडाके की सर्दी के चल रहे दौर में जलसेवा के रात्रि‍कालीन आश्रयों में रोज ही काफी संख्‍या में सहज सुलभ स्‍थति‍यों में रात बि‍तायी ।उन्‍होंने कहा कि‍ शीतलहर जारी रहने तक ये रैन बसेरे जारी रहेंगे।
सर्वश्री अनि‍ल गोयल एडवोकेट, राम शंकर गोयल 'लल्‍ला बाबू'अशोक राठी,जैन बंधू, शि‍ल्‍पा महेश्‍वरी, ज्‍योती डावर वं असलम सलीमी आदि‍ भी इस अवसर पर वि‍चार व्‍यक्‍त करने वालों में शामि‍ल थे । कार्यक्रम के कार्डीनेटर  सरदार बंटी ग्रोवर थे जबकि‍ स्‍वागत  राजे भाई ब्रज भोज के द्वारा तथा आभार ज्ञानी दलजीत सि‍ह द्वारा व्‍यक्‍त कि‍या गया।