30 मार्च 2018

सरकारी विभागों द्वारा दी गयी 340 समस्याओं का समाधान ढूढेंगे सॉफ्टवेयर

देश भर में फैले 28 केंद्रों पर स्मार्ट इंडिया हैकॉथान के अंतिम दौर की शुरुआत हो गया । केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली के एसआईएच 2018 केंद्र पर हैकाथान की शुरुआत की। डिजिटल इंडिया के तहत विश्व के इस सबसे बड़े नवोन्मेष प्रयास में विभिन्न मंत्रालयों, विभागों एवं राज्य सरकारों द्वारा दी गयी 340 समस्याओं के लिये सॉफ्टवेयर समाधान ढूंढ़ने के लिये 1,300 टीमें भाग ले रही हैं। इसका आयोजन मानव संसाधन विकास मंत्रालय, एआईसीटीई, परसिस्टेन्ट सिस्टम्स, आई4कैण्ड, रामभाऊ मालगी प्रबोधिनी ने संयुक्त रूप से किया है।
भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. अनिल डी. सहस्रबुद्धे ने बताया कि अभी पिछले वर्ष ही शुरू हुये स्मार्ट इंडिया हैकाथान




ने छात्रों और मंत्रालयों की प्रतिभागिता के मामले में शानदार प्रगति की है। पिछले हैकॉथान में 40 हजार छात्रों ने भाग लिया था और यह संख्या इस बार 1 लाख पहुंच गयी है।एआईसीटीई के सदस्य सचिव प्रो. ए. पी. मित्तल और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार श्री रोहित कुमार परमारिण ने निर्णयकर्ताओं, शिक्षाविदों, प्रतिभागियों एवं छात्रों की उपस्थिति में हैकाथान के जयपुर केंद्र का औपचारिक उद्घाटन किया।

जेईसीआरसी स्थित जयपुर केंद्र में 50 समूहों ने, जिनमें देश भर से आये 400 छात्र शामिल हैं, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा बतायी गयी 16 समस्याओं के लिये सॉफ्टवेयर विकास के लिये कोड लिखने का काम शुरू कर दिया है। यह बौद्धिक गतिविधि 36 घण्टे तक जारी रहेगी। प्रदर्शन के आधार पर 3 समूहों का चयन किया जायेगा जिन्हें सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा। विजेता टीम को 1 लाख रुपये, दूसरे स्थान पर रही टीम को 75 हजार रु. और तीसरे स्थान पर रही टीम को 50 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा। सभी 28 केंद्रों पर कुल मिलाकर 63 लाख रुपये के पुरस्कार दिये जायेंगे।