1 मई 2017

ईपीआई,एवरी पर्सन इज इंपोर्टेंट हुआ लागू,वीआईपी लाल बत्ती अलविदा

( लाल बत्ती कल्चर  खत्म )
नहीं दिखाई देंगी लाल बतियाँ वीआईपी कारों पर अब । अब मंत्री और केंद्र सरकार के अधिकारी  सड़क पर अपने को  वीआईपी नहीं दिखा सकेंगे। किन्तु  राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, भारत के प्रधान न्यायाधीश और लोकसभा अध्यक्ष पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। आपात स्थिति के दौरान  राहत वाहनों में लगे एम्बुलेंस और दमकल सेवा के वाहनों को लाल बत्ती लगाने की अनुमति होगी। इस प्रतिबन्ध को लागु करने का  उद्देश्य वीआईपी संस्कृति और मानसिकता को समाप्त करना है। प्रधानमत्री ने मन की बात में  वीआईपी मानसिकता बदलने की अपील की थी। लाल बत्ती को हटाने के सरकारी निर्णय से लाल बत्ती का जाना तो वो एक व्यवस्था का हिस्सा है लेकिन मन से भी हमें प्रयत्न पूर्वक इसे निकालना है। हम सब मिलकर के जागरूक प्रयास करेंगे तो ये निकल सकता है। न्यू इंडिया का हमारा कॉनसेप्ट यही है कि देश में वीआईपी की जगह पर ईपीआई का महत्व बढ़े। मोदी ने कहा  जब मैं वीआईपी की स्थान पर ईपीआई कह रहा हूँ। मेरा भाव यहाँ  स्पष्ट है,एवरी पर्सन  इज इंपोर्टेंट ।