प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर के इस्तीफे की मांग उठ रही है। उत्तर प्रदेश के चुनावों कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी कई नेता सिर्फ बब्बर के ऊपर थोंपना चाहते हैं। बता दें विधान सभा चुनावों में कांग्रेस सपा के साथ गठबंधन कर 105 सीटों पर लड़ी थी और उसे सिर्फ सात सीटें मिलीं। उत्तर प्रदेश चुनावों में कांग्रेस ही नहीं बल्कि सपा और बसपा तक के छक्के छुड़ा दिए नरेंद्र मोदी ने। जो भी हुआ हो राज बब्बर के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।राज बब्बर को हार के लिए अकेले जिम्मेदार ठहराया जाना कहाँ तक उचित है जबकि अखलेश यादव और मायावती जैसे दिग्गज नेताओं की पार्टियां भी बी जे पी के सामने चित हो गयीं। कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद और राज बब्बर की उपस्थिति में कई नेताओं ने नेतृत्व को लेकर सवाल उठाए । आजाद ने कहा कि हम जमीनी स्तर पर खूब मेहनत कर रहे हैं, हमने पंजाब में सत्ता हांसिल की और जल्द ही और ज्यादा सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।