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नवजोत सिंह सिद्धू |
मुक्तसर (पंजाब) : लगता है ये अवसरवादी खिलाडियों से बने नेता पंजाब बचाने की जगह खुद को बचाने में लगे हैं। लोग समझ गए हैं कि खिलाडियों की यह पार्टी जुगाड़ लगाने में लगी है। इन खिलाडी से बने नेताओं की जब अरविन्द केजरीवाल से बात नहीं बानी तो आवाज-ए-पंजाब को जन्म दे दिया। आवाज-ए-पंजाब को अवसरवादी नेताओं का ग्रुप कहा मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने। क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू,भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान परगट सिंह जैसे खिलाडियों द्वारा बनाई यह पार्टी बिना विचारधारा की है, पंजाब के चुनावों पर कुछ भी असर नहीं होगा।