29 अगस्त 2016

मंत्री के बयानों से भाजपाईयों ने भी 'किच्ची ठोंकी'

जमीन कारोबारी कामर्शियल उपयोग कर रहा है केन्द्रीय मंत्री की

 घोषणाओं का


आगरा:केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के दौरे से जहां कांग्रेस और बसपा के नेता आंतरिक तौर पर बेहद प्रसन्न हैं, और चाहते हैं कि उनके दौरों का क्रम विधानसभा चुनाव होने तक इसी प्रकार से बना रहे वहीं भारतीय जनता पर्टी के तमाम दिग्गज 'किच्ची' सी ठोंक गये है। इनका मानना ​​है कि अगर केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री का आगरा आकर मनमाफिक बोलना इसी प्र्कार जारी रहा तो डैमेज कंट्रोल का काम और जटिल हो जायेगा। आगरा के पार्टी दिग्गजों के लिये पहले ही उनके कहे और किये काफी मुश्किल है.टूरिजम लाबी और उद्यमी जिन्हे कि अब तक इंटरनेशनल एयरपोर्ट

आगरा में ही बनवाये जाने का 'लाली पाप' देकर पार्टी के उन्मुख किया जाता रहा था, डा शर्मा के बयान के बाद एक दम टर्न डाउन हो गये हैं। सबसे ज्यादा दयनिय स्थिति सत्तादल के उन विधायकों की है, जो कि अन्य वायदो के साथ ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट आगरा में बनवाये जाने के कमिटमेंट के साथ लखनऊ पहुचे थे और अब फिर से चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में हैं।
बहुजन समाज पार्टी के नेताओं का कहना है, कि धनौली में नये सिविल एन्कलेव को बनवाये जाने के लिये मायाबती जी के शासन काल में ही शुरूआत हुई थी, इस लिये भाजपा और सपा इसका फायदा उठाये जाने की कोशिश करती हैं तो एक दम गलत और तथ्य हीन है। बसपा के दिग्गजो का कहना है कि जमीन के चिन्हांकन और अधिग्रहण के लिये राजस्व विभाग के ज्यादातर कामों की शुरूआत 2012 ही हो चुकीथी में। बाद में प्रदेश की सपा और केन्द्र की भाजपा गठबन्धन सरकार के
(डा शिरोमणी सिंह)
मंत्रियों ने काम में व्यवधान अटका कर प्रोजेक्ट के दाम बढाने का ही काम किया है।
कांग्रेस पार्षद दल के नेता डा शिरोमणी सिह का कहना है कि डा महेश शर्मा ने भाजपा की कलई खोल कर रख दी है, हकीकत में जैबर एयरपोर्ट प्रस्ताव का टूरिजम ट्रेड और नागरिकों की जरूरत से कोई लेना देना नहीं है, एक बडे जमीन कारोबारी ने कई बडे नेताओं को कठपुतली बना रखा है, दुर्भाग्य से इनमें ही केन्द्रीय मंत्री भसी शामिल हैं।
उन्होने कहा कि डा महेश शर्मा ने पहले 15 अगसत को प्रधानमंत्री के द्वारा जैबरहवाई अडडे का शिलान्यास करने की फर्जी घाषणा घोषणा कर रियल स्टेट इन्वेस्टरों में कन्फूजन उत्पनन कियाबाद में तो जमीन कारोबारी अपने कमर्शियल विज्ञापन तक में मंत्री की घोषणा का उपयोग करने लगा।