बनारस जो कि भारत में ही नहीं विश्व में प्रसिद्ध है ,फिर भारत के सबसे गंदे शहरों की सूची में रहा। पवित्र गंगा शहर 'स्वच्छता सूची' में बहुत नीचे चला गया। शायद ही कोई विदेशी टूरिस्ट जो भारत घूमने आता है वह ताजमहल की वजह से आगरा और गंगा नदी की वजह से बनारस ना घूमने जाता हो। बनारस 65वें और आगरा 47 नंबर पर रहा। ये दोनों शहर स्वछता के मामले में पीछे लुढ़कते जा रहे है। आगरा की सफाई में इंडिया राइजिंग संस्था काफी जोरों पर लगी है। पर इन शहरों के स्ट्रक्चर दूसरे शहरों की तुलना में इतने पुराने हैं और घनी आबादी वाले हैं कि इनको 'स्वच्छता सूची' में ऊपर जाने के लिए यहाँ के नगर निगमों को युद्ध स्तर पर कार्य करना होगा। साथ ही जनता को..
भी सहयोग करना होगा और मानसिकता भी बदलनी होगी । बिना जनता के सहयोग से शहरों की स्वछता असंभव है।
भी सहयोग करना होगा और मानसिकता भी बदलनी होगी । बिना जनता के सहयोग से शहरों की स्वछता असंभव है।