--श्री नाथ जल सेवा मार्च से शुरू करेगी शीतल प्याऊओं का सिलसिला
आगरा, ताज सिटी में सर्द रात्रि खुले आकाश के
नीचे बिताने को मजबूर सभी शहर वासियों को तो भले ही राहत
नहीं मिल सकी हो किन्तु
लगभग दो हजार लोग जरूर श्रीनाथ जल सेवा के रैन बसेरो से रोज ही राहत पाते रहे
हैं।चालूशीत काल का अंतिम रैन बसेरा संजय प्लेस के एम जी फुटपाथ पर नये वर्ष के
पहले रविवार को खेला गया। इसका
औपचारिक उद्घाटन करते हुए अध्यात्मिक आर्चार्य
बृज सुंदरी जी ने करते हुए कहा कि मानवता की सेवा सर्वपरि प्रवृत्ति है, खुशी की बात है कि ‘श्रीनाथ जी जल सेवा ‘ लोगों को इसके लिये
प्रवृत्त करने का प्रभावी माध्यम बनी हुई है।उन्होने उम्मीद जतायी कि रैन बसेरे खोले जाने की परंपरा आगे भी जारी रखी जायेगी।
प्रवृत्त करने का प्रभावी माध्यम बनी हुई है।उन्होने उम्मीद जतायी कि रैन बसेरे खोले जाने की परंपरा आगे भी जारी रखी जायेगी।
मथुरा से पधारे विशिष्ट आतिथ्य श्री मोहन स्वरूप भाटिया
ने कहा कि श्री नाथ जल सेवा की सेवाये अब सामाजिक क्षेत्र के संगठनों के लिये
आदर्श बन चुके हैं। प्रख्यात चिकित्सक डा एम सी गुप्ता ने कहा कि वह इस सेवा के
कार्यकलापों से पिछले काफी समय से जुडे रहे हैं और वह इन सेवा प्रकल्पों को आज की
भौतिवादी व्यवस्था में अपने आप में आश्चर्य ही मानते हैं।प्रख्यात कवि श्री सोम ठाकुर ने सरस कविताओं का पठ किया। सर्वश्रीजितेन्द्र के
गर्ग, एम डी सिह, लल्ला बाबू (माना
कैटरर्स), डा मधुरिमा शर्मा,हरीश सक्सेना
चिमटी,वरिष्ठ पत्रकार एवं यमुना एक्टविस्ट श्री बृज
खंडेलवाल हरी के सिंह,संकेत केला आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम
का संचालन श्री भोजवानी ने किया,
सरदार दलजीत सिह ने श्री नाथ जल सेवा की ओर से मालाये और
श्री नाथ जी के चित्र देकर विशिष्ट अतिथयों को सम्मानित किया।श्री मेहेश्वरी ने
कहा कि चालू शीत काल का यह छठवां रैन बसेरा है।अब मार्च से प्याऊओं का
सिलिसलाशुरू करेंगे।उन्होंने कहा कि श्रीनाथ जल सेवा की भूमिका में अब थेडा
परिवर्तन हो चुका है।हम खुद तो अपनी ओर से सेवा के लिये प्रयास करते ही रहेंगे
किन्तु इसके साथ ही अन्य संगठनों और समाज सेवियों को भी इन कार्यों के लिये
प्रेरित करने में भी हमे भारी प्रसन्नता होती है।हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा
लोग ेवा संकल्प के साथ आगे आयें।