नई दिल्ली।जेएनयू छात्रों द्वारा रामदेव के सम्बोधन के विरोध के बाद उन्होंने इसमें न शमिल होने का फैंसला लिया । रामदेव ने अपने ट्वीट में लिखा कि 'मैं या मेरे कार्यालय ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के किसी कार्यक्रम में भाग लेने की पुष्टि नहीं की है। वैचारिक विरोधियों के बीच भी सार्थक, वैज्ञानिक एवं तर्कपूर्ण बातचीत करने का समय मिलता तो मैं निश्चित तौर पर जेएनयू जाता। जब भी संभव होगा,जेएनयू के छात्रों एवं शिक्षकों से निकट भविष्य में बातचीत करना पसंद करूँगा।'