10 दिसंबर 2015

सपा को, पार्टी नेता प्रो रामगोपाल ही दे बैठे करारा झटका

--मुख्‍यमंत्री के कांग्रेस के प्रति साफ्ट कॉरनर को किया नजरअंदाज
(विरोधियों की जरूरत ही नहीं)

लखनऊ:उत्‍तर प्रदेश की राजनीति में जहां मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव कांग्रेस को अपने पाले में लाकर बसपा के मकावले भाजपा के लिये अधिक ताकतवाला साबित करने की कोशिश में हैं वहीं उन्‍हीं की पार्टी के वरिष्‍ठ नेता श्री राम गोपाल यादव ने कांग्रेस पर ही करारा हमला किया है।
श्री यादव ने कहा
कि राज्यसभा में सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि विपक्ष बदले की राजनीति का शिकार सबसे ज्यादा कांग्रेस के राज में हुआ है। यूपीए सरकार में उनकी पार्टी ही सबसे ज्यादा बदले की राजनीति का शिकार हुई है।सपा नेता का बयान उस समय आया है जबकि कांग्रेस अपने को सत्‍तादल के सीधे निशाने पर मानकर संसद के संघर्ष के बाद सडक की लाडाई की योजना तय करने में जुटी हुई है।
श्री रामगोपाल यादव का नजरिया पार्टी की मुश्‍किलें बढाये जाने वाला माना जा रहा है। यह ठीक हे कि कांग्रेस अब यू पी में पूरी तरह से बेअसर साबित हो चुकी है किन्‍तु सैक्‍यूलर पार्टी के रूप में उसकी इमेज पर अभी कोई प्रतिकूल असर नहीं पडा है।यही नहीं उसका संगठनात्‍मक ढाचा भी पूरे प्रदेश मे बना हुआ है।इसके साथ ही मुस्‍लिम वोटो के ध्रुवीकरण में कांग्रेस की राज्‍य की राजनीति में अहम भूमिका है। लखनऊ और मुरादाबाद मंडल में पार्टी सपा के चुनावी गणितमें खास महत्‍व रखती है।

उल्‍लेखनीय है कि नेशनल हेराल्ड केस को लेकर । सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों से साथ आने की अपील की थी, इस पर ांग्रेस की धुरविरोधी ममता बनर्जी ने समर्थन के लिए हाथ बढ़ाया था। कांग्रेसी नेताओं ने इसके लिए लोकसभा में तृणमूल नेता सुदीप बंदोपाध्याय का भी शुक्रिया भी अदा किया था।