4 अक्तूबर 2015

उर्दू लि‍ट्रेचर के खि‍दमतगारों की कभी कमी नहीं :राज बब्‍बर

--फोटो जर्नलि‍स्‍ट एवं शायर असलम सलीमी की कि‍ताब 'आबरू ऐ आशकी' का मुम्‍बई में सांसद बब्‍बर ने कि‍या वि‍मोचन

 राजबब्‍बर ने असम सलीमी की  कि‍ताब का वि‍मोचन कि‍या
आगरा, लोकप्रिय वालीवूड अभि‍नेता सांसद राज बब्‍बर ने  उर्दू अदब उनके अपने शहर ‘आगरा असलम सलीमी की किताब ‘आबरू ऐ आशकी’ का वि‍मोचन करते हुए कहा कि ,नजीर ,मीर ,गालबि जैसी अंतर्राट्रीय स्‍तर की प्रख्‍यात हस्तियां इसी शहर से ताल्‍लुक रखती है। अब उस परंपरा के उनके जि‍तने वि‍ख्‍यात उर्दू और शायरी के खि‍दमतगार..
भले ही नहीं हो कि‍न्‍तु शायरी और गजल की परंपरा अब भी वहां जि‍दा है । असलम सलीमी को मैं उर्दू खि‍दमतगारों की कडी मानता हूं।  राजबब्‍बर  मुम्‍बई में   अपने नि‍वास पर उनकी हाल में गजलों पर आधारि‍त प्रकाशि‍त  ‘आवारू ऐ आशि‍की’ के ‘ लोकापर्ण’ कार्यक्रम को संबोधि‍त कर रहे थे।  राज बब्‍बर ने कहा कि‍ ‘आवारू ऐ आशि‍की’ एक उम्‍दा गजल संग्रह है।।उम्‍मीद है कि‍ गजल ओर गीतों का यह संग्रह सभी को बेहद पसंद आयेगा साथ ही उन्‍हों ने उम्‍मीद जतायी कि‍ आने वाले समय मे असलम भाई अपने प्रशंसकों को गजल और शायरि‍यों के नये तोहफे देते  रहेंगे।
सलीमी ने राज  बब्‍बर का अभार जताते हुए कहा कि‍ जो कुछ भी वह अब तक कर सके हैं वह अल्‍लाह की रहमत और  बब्‍बर जैसे उन नेक दि‍ल अजीजों के कारण ही जि‍न्‍हों ने हमेशा उत्‍साह बर्धन कर उन्‍हें नई ऊर्जा दी।उन्‍हों ने कहा कि‍ उन्‍हें इस बात से बेहदतस्‍सली मि‍ल है प्रेस फोटो ग्राफर के रूप में उनके द्वारा कि‍ये गये प्रयासों को मि‍त्रों औार स्‍वजनों ने जि‍स प्रकारपसंद कि‍या था ,वैसा ही प्‍यार व महत्‍व उन्‍होंने शायर के रूप में  दि‍या है। श्री सलीमी के साथ  कार्यक्रम में मौजूद उनकी पत्‍नी नगमा सलीमी एवं बेटी असमा सलीमी भी मौजूद थीं।