23 मई 2015

केरल हाईकोर्ट ने कहा, माओवादी होना अपराध नहीं

केरल हाई कोर्ट  ने एक फैंसले में  माओवादी होने के संदेह में गिरफ्तार किये गये एक व्यक्ति को एक लाख रुपये का मुआवजा देने का फैसला सुनाते हुए कहा कि माओवादी होना कोई गुनाह नहीं है।
फैंसले में  कहा कि किसी माओवादी को तभी गिरफ्तार किया जा सकता है, जब वह किसी गैर कानूनी या राष्ट्र विरोधी गतिविधि में शामिल हो। जस्टिस   ए मुश्ताक ने श्याम बालाकृष्णन को माओवादी होने के संदेह में हिरासत में लिये जाने के एक मामले में यह महत्वपूर्ण निर्णय देते हुए कहा कि एक व्यक्ति को केवल माओवादी होने के आधार पर ही हिरासत में नहीं लिया..
जा सकता।(DDN)