7 मई 2015

प्रति‍बंधों की सुर्खि‍यों के बीच पाकि‍स्‍तान को अमेरि‍का से मि‍लती रही है भरपूर मद्द

-- एफ-16 लडाकू विमानों समेत सैन्य हार्डवेयर संबधी  टैक्‍नेलाजि‍यां हांसि‍ल की हैं

मुम्बई: भारत आत्मनिर्भर बनने के लिये जहां विदेशी सहायता लेता रहा है वहीं पडोसी पाकिस्तान तमाम ना नुकर करने के बावजूद अमेरिका से लगातार मदद पाता रहा है और पिछले साल तक 5.4 अरब डालर की मदद पा चुका है.अमेरिकन राष्ट्रपति ओबामा का भारत प्रेम अपनी जगह है किन्तु उनके देश की दक्षिण ऐशियाई नीति अपनी जगह जिसमें भारत और पाकिस्तान के साथ राजनायिक संबधों का संतुलन बनाये रखने का खास महत्व है।
अमेरिका ने 11 सितंबर के आतंकवादी हमले के समय से अब तक मिली मदद से पाकिस्तान ने एफ -16 लडाकू विमानों समेत सैन्य हार्डवेयर तमाम टैक्नेलाजियां हांसिल की हैं। अमेरिकी कांग्रेस की हालिया रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है। इंडिपेंडेंट कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस की
कल जारी आंतरिक रिपोर्ट में कहा गया है, 'पेंटागन द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के साथ कुल विदेशी सैन्य बिक्री समझौता साल 2002 2014 के बीच तकरीबन 5.4 अरब डॉलर है से।'

इसकी तुलना में पिछले 10 वर्षों में भारत ने अमेरिका के पास 10 अरब डॉलर से अधिक के हाईटेक सैन्य हार्डवेयर का आर्डर दिया है या खरीद की है। भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय रक्षा व्यापार में उल्लेखनीय उछाल का श्रेय 11 सितंबर के हमले के बाद भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों में सुधार और दोनों देशों के बीच साल 2005 में रक्षा ढांचा समझौते को जाता है। इस बीच, अमेरिका ने चुपके से पाकिस्तान को हथियारों से लैस किया है। ऐसा इस तथ्य के बावजूद किया गया है कि पाकिस्तान को नये हथियारों और उपकरणों की आपूर्ति में पूरी रोक लगा रखी गयी थी।