--सूबे की राजधानी में हुए कयी आयोजन
--आगरा में निकाली गयी परंपरागत भव्य शोभायात्रा
आगरा,दलितों की राजधानी माने जाने वाले आगरा
में जहां डा भीम राव अम्बेडकर को जहां एक महान संविधान शिल्पी और समाज शास्त्री
के रूप में परंपरागत शोभायत्रा निकाल याद किया गया ।वहीं सूबे की राजधानी लखनऊ
में इस अवसर पर जमकर सियासत हुई।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्यपाल राम
नायिक के साथ एक सरकारी कार्यक्रम में भाग लेकर 6दिसम्बर को पडने वाले बाबा
साहिब के महानिर्वाण दिवस को
सार्वजनिक अवकाश दिवस घोषित करन दिया। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी अपने मुख्यालयों तथा कई अन्य स्थानों पर सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किये गये।
सार्वजनिक अवकाश दिवस घोषित करन दिया। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी अपने मुख्यालयों तथा कई अन्य स्थानों पर सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किये गये।
सबसे बडी भागीदारी का कार्यक्रम गोमती नगर
स्थिति परिवर्तन स्थल पर हुआ जिसमें प्रदेश भर से उमड़े बसपा कार्यर्ताओं से रू ब रू होते हुए पूर्व मुख्यमंत्री
सुश्री मायाबती ने कहा कि जब किसान फसल
बर्बाद होने के सदमे से मर रहे हैं उस समय देश नेता जर्मनी की यात्राएं कर रहे
हैं। उन्होंने कहा कि बेमौसम बारिश के बाद तबाह हुए किसानों के साथ सपा ने सरकार
ने तो बुरा बर्ताव किया ही है केंद्र सरकार का व्यवहार तो पहले से ही बहुत खराब था। उन्होंने
कहा कि किसानों की सदमे से मौत हो रही
वे आत्महत्या कर रहे हैं। वहीं सरकार 100 रुपये व 200
रुपये का चेक देकर उनका मजाक उड़ा रही है। किसान मर रहा है, प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री भी विदेशी दौरे कर रहे हैं।
मायावती ने कहा कि जो घोषणाएं सरकार कर रही है वह सब महज बयानबाजी हैं। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि यहां से प्रतिज्ञा करके जाएं कि विधानसभा चुनाव में इस सरकार को उखाड़ फेंकें।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा को दलित व अंबेडकर विरोधी करार देते हुए कहा कि सपा मुखिया को भी पता होना चाहिए कि जो राजनीति वह आज कर रहे हैं, वह उन्हें डा. अंबेडकर की बदौलत ही करने को मिली है। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष डा. अंबेडकर को जो फूल माला चढ़ाने जाते हैं वह उनकी मजबूरी है। सपा दिल से डां अंबेडकर
मायावती ने कहा कि जो घोषणाएं सरकार कर रही है वह सब महज बयानबाजी हैं। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि यहां से प्रतिज्ञा करके जाएं कि विधानसभा चुनाव में इस सरकार को उखाड़ फेंकें।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा को दलित व अंबेडकर विरोधी करार देते हुए कहा कि सपा मुखिया को भी पता होना चाहिए कि जो राजनीति वह आज कर रहे हैं, वह उन्हें डा. अंबेडकर की बदौलत ही करने को मिली है। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष डा. अंबेडकर को जो फूल माला चढ़ाने जाते हैं वह उनकी मजबूरी है। सपा दिल से डां अंबेडकर