--न्यूवे शपेल में बने शहीद स्मारक पर पहुंच प्रवासियों के साथ 'बंदे मातरम' का नारा भी लगाया
(न्यूवे शपेल वार मेमोरियल पर पी एम नेदी श्रद्धाजली) |
(स्मारक की विजिटर बुक पर प्रधान मंत्री ने भावुक टिप्पणी भी लिखी) |
आगरा: प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान भारतीय सेनाये यूरोप
में सबसे पहले फ्रांस की धरती पर उतरी थीं और वहां के लोगों के स्वाभिमान और
आजादी की सुरक्षा की लडाई लडते हुए दस हजार से अधिक सैनिकों ने अपने प्राणों की
आहूती दी थी।इनहीं सैनिकों की याद में न्यूवे शपेल में एक शहीद स्मारक बना हुआ
है वहां प्रधानमंत्री मोदी ने पहुंच कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस स्थान पर
इससे पूर्व कोई भी भारतीय प्रधान मंत्री नहीं पहुंचा था। स्मारक के अधिकारियों ने
उन्हें इसके इतिहास के बारे में जानकारी दी। श्रद्धासुमन अर्पित करने के उपरांत प्रधानमंत्री ने यहां रखी आगंतुक पुस्तिका में
लिखा, ‘‘शहीद होने पर स्वर्ग मिलेगा, विजयी होने पर संसार का आनंद ।‘
स्मारक
परिसर में श्री मोदी भावुक हो गये और कहा कि ‘‘ हमारे सैनिक इस महान
युद्ध में विदेशी जमीन पर लडे और अपने समर्पण,
वफादारी, साहस और बलिदान के लिए दुनियाभर में सराहना प्राप्त की. मैं उनका नमन करता हूं. ’’
वफादारी, साहस और बलिदान के लिए दुनियाभर में सराहना प्राप्त की. मैं उनका नमन करता हूं. ’’
प्रधानमंत्री ने स्मारक
के रख रखाव की बेहद तारीफ की और कहा कि वह भारतीय सैनिकों को समर्पित इस स्मारक
का शानदार ढंग से ध्यान रखने और इसके रखरखाव के लिए राष्ट्रमंडल युद्ध समाधि आयोग
के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
मोदी के साथ स्मारक पर फ्रांस के रक्षा मंत्री ज्यां वीस ला द्रां भी मौजूद थे. वे युद्ध स्मारक पर 50 मिनट रुके ।जब वह स्मारक का अवलोकन कर रहे थे तभी उनकी निगाह सडक के दूसरी ओर खडे कुछ भारतीयों पर पड गयी । प्रधानमंत्री ने तत्काल सडक पार करके उन भारतीय मूल के लोगों से भी मुलाकात की और उनके द्वारा लगाये गये ‘बंदे मातरम’ के नारे में सहभागिता भी की।
मोदी के साथ स्मारक पर फ्रांस के रक्षा मंत्री ज्यां वीस ला द्रां भी मौजूद थे. वे युद्ध स्मारक पर 50 मिनट रुके ।जब वह स्मारक का अवलोकन कर रहे थे तभी उनकी निगाह सडक के दूसरी ओर खडे कुछ भारतीयों पर पड गयी । प्रधानमंत्री ने तत्काल सडक पार करके उन भारतीय मूल के लोगों से भी मुलाकात की और उनके द्वारा लगाये गये ‘बंदे मातरम’ के नारे में सहभागिता भी की।