27 सितंबर 2014

संगीत के धूम धडाके से सराबोर रहा ‘डांडि‍या रास-2014’

---भोर होने के पूर्व तक चलता रहा स्‍वर लहरि‍यों पर थि‍रकने का सि‍लसि‍ला
दैनि‍क जागरणआगरा का परंपरागत डांडि‍या महोत्‍सव डांडि‍या रास-2014’ आगरा कॉलेज ग्राऊंड में हर्षोल्‍लास के माहौल में संपन्‍न हुआ।
('डांडि‍या रास-2014' : साउंड और लाइट अफैक्‍ट को अपने सुरों से लाइव करती अंतरा मि‍त्रा)
वालीवुड गायि‍का अंतरा मि‍त्रा ने उपस्‍थि‍त जनसमूह भक्‍ति‍ रस से धूम धडाके वाले पौपुलर गानों की प्रस्‍तुति‍यों से लगातार ढाई घंटे से अधि‍क बांधे रखा।जो डांडि‍या कर सकते थे उन्‍होंने जमकर डांडि‍या कि‍या अन्‍य ने संगीत का भरपूर लुफ्त उठाया।
(अंतरा)
डांडि‍या के अलावा कुछ प्रस्‍तुति‍यां खास तौरपर गर्वा करने तत्‍पर महि‍लाओं को समर्पि‍त रहीं।राष्‍ट्रीय ख्‍याति‍ प्राप्‍त कर चुके आगरा के ही गायक रि‍चर्ड के द्वारा सूफि‍याना गानों को काकटेल म्‍यजि‍क के साथ पॉपस्‍टार हवाभव के साथ प्रस्‍तुत कि‍या जाना खास पसंद कि‍या गया। पूर्व में द्वीप प्रज्‍वलि‍त कर जि‍ला अधि‍कारी पंकज कुमार और एस ए पी शलभ माथुर ने कार्यक्रम का उद्घटन कि‍या।सीनि‍यर जर्नलि‍स्‍ट सुश्री ममता त्रि‍पाठी ने नौ दि‍न तक चलने वाले नव रात्रि‍ पर्व से जुडी  डाडि‍या परंपरा के बारे में जानकारी दी।महाप्रबंधक अखि‍ल भटनागर न्‍यूज एडीटर आनंन्‍द शर्मा, महाप्रबंधक आखि‍ल भटनागर ने मेहमानों का स्‍वागत कि‍या।

  आगरा में दैनि‍क जागरण के द्वारा ही सबसे पहले डाडि‍या कार्यक्रम की खुले मंच पर प्रस्‍तुति‍ की बडे आयोजन के रूप में आठ साल पूर्व शुरूआत की गयी थी। जबकि‍ आगरा कॉलेज फील्‍ड पर आठ साल से चल रहे क्रम का यह दूसरा आयोजन था।जहां पहले के कुछ आयोजनों में डांडि‍या करने वाले कम ही होते थे और देख कर आनन्‍द लेने वाले अधि‍क। वही अब सक्रि‍य भागीदारों की संख्‍या कही अधि‍क हो गयी है।जहां पूर्व के आयोजनों में युगलों की भागीदारी ज्‍यादा रहती थी वहीं अब तो  पूरे परि‍वार के सदस्‍य ही डांडि‍या का लुफ्त उठाने पहुंचने लगे हैं।