नई दिल्ली : भारतीय और चीनी विदेश मंत्रियों की मॉस्को में मुलाकात के बाद दोनों देश सीमा तनाव को समाप्त करने के के लिए आम सहमति पहुंच गए। जिसमें सीमा सैनिकों को संवाद जारी रखने, जल्दी से तनाव ख़त्म करने और दूरी बनाए रखने के लिए दिशा-निर्देश शामिल हैं, साथ ही नए विश्वास-निर्माण उपायों की आवश्यकता भी है।
दोनों मंत्रियों ने इस बात पर सहमति जताई कि दोनों पक्षों को भारत-चीन संबंधों को विकसित करने पर नेताओं की आम सहमति की श्रृंखला से मार्गदर्शन लेना चाहिए, जिसमें मतभेदों को विवाद न बनने देना शामिल है।
दोनों विदेश मंत्रियों ने इस बात पर सहमति जताई कि सीमावर्ती क्षेत्रों में मौजूदा स्थिति किसी भी पक्ष के हित में नहीं है। वे इसलिए सहमत हुए कि दोनों पक्षों के सीमा सैनिकों को अपना संवाद जारी रखना चाहिए, जल्दी से इसे समाप्त करना चाहिए, उचित दूरी बनाए रखना चाहिए ।
दोनों मंत्रियों ने सहमति व्यक्त की कि दोनों पक्ष चीन-भारत सीमा मामलों पर सभी मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल का पालन करेंगे, सीमा क्षेत्रों में शांति और शांति बनाए रखेंगे और किसी भी कार्रवाई से बच सकते हैं जो मामलों को आगे बढ़ा सकती है।
दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा प्रश्न पर विशेष प्रतिनिधि तंत्र के माध्यम से बातचीत और संचार जारी रखने पर भी सहमति व्यक्त की। उन्होंने इस संदर्भ में भी सहमति व्यक्त की कि भारत-चीन सीमा मामलों (WMCC) पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र को भी अपनी बैठकें जारी रखनी चाहिए।
मंत्रियों ने इस बात पर सहमति जताई कि जैसे ही स्थिति आसान होती है, दोनों पक्षों को सीमा क्षेत्रों में शांति रखने और बढ़ाने के लिए नए कॉन्फिडेंस बढ़ाने के उपायों में तेजी लानी चाहिए।