-- सर्टिफिकेट कोर्स चलाकर वालैंटियर को किया जायेगा प्रशिक्षित
नदियों का प्रदूषण : एक खुली चुनौती |
आगरा: भारतीय नदियों की प्रवाह क्षमता ,रमणीकता और प्राकृतिक प्रवृत्तियों के पुर्नसर्जन को प्रतिबद्ध संगठनों की भूमिकाओं को अधिक सार्थक बनाये जाने के लिये एक कार्यक्रम को शुरू किया जा रहा है, जिसमें संगठनों के वर्करों औरस्वयं सेवियों को उन कार्यो और दायित्वों की जानकारियां दी जायेगी जो कि उनकी भूमिका का अधिक प्रभावी बना सकेंगे।
नदियों और पर्यावरण के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता रखने वाले संगठनों के बीच समन्वय के लिये प्रवृत्त एलाइंस फार रिवर्स अफ इंडया ( AFR) ने इसके लिये एक कार्ययोजना तैयार की है । संगठन के को-फाऊंडर, इंदौर के श्री संजय गुप्ता एलाइंस ने कार्यक्रम और उसके लक्ष्यों की जानकारी देते हुए कहा है कि 'रिवर सुपर वाइजर'
नाम का यह कार्यक्रम पूरी सतक्रताके साथ निधार्रित किया गया है और इसे करने के बाद पर्यावरण संरक्षण कार्य को सक्रिय रहने वालों की भूमिका और अधिक सटीक व साथ्रक हो जायेगी।
उन्हों ने बताया कि एलाइंस फार रिवर्स अफ इंडया ( AFR) की समन्वयक संगठन के रूप में अहम भूमिका रही है, अपनी सक्रियता के दौरान रहे अनुभवों के आधार पर हमें मालूम है कि संगठनों के स्वयं सेवियो या कार्यकर्त्ताओं को किस प्रकार की जानकारियां होनी चाहिये। नदी संरक्षण के साथ ही जलाशयों और वन संरक्षण के कार्यों को भी अपने लक्ष्यों में शामिल किया हुआ है। वस्तुत: ये सभी एक दूसरे के पूरक हैं।
एलाइंस फार रिवर्स अफ इंडया ( AFR) नदी ,जलाशयों और वनक्षेत्रों के संरक्षण के कार्यों को प्रतिबद्ध युवाओं को अपने दयित्व और संबधित भूमिका के लिये एलाइंस फार रिवर्स अफ इंडया ( AFR) के कार्यक्रम की अवधि तीन से पंद्रह दिन की होगी और इसे पूरा करने वालों को पूरा करने वालों को सर्टिफिकेट प्रदान किया जायेगा।इसका लक्ष्य जानकारियों में अभिबृद्धि के अलावा प्रयासियों को सटीक भूमिका निर्वाहन करने अधिक प्रभावी भूमिका अदा कर सकेंगे।
-- प्रशीक्षण के मुख्य बिन्दू
प्रशिक्षण कार्यक्रम में हालांकि 41 विषय बिन्दू हैं।लेकिन इनमें जो मुख्य हैं उनमें आरंभिक कार्य के रूप में उन्हें उस नदी के उस चिन्हित भाग को मोटर साइकिल पर सवार होकर देखने जाना होगा जो कि उनके लिये चिन्हित किया गया होगा । इसके बाद दूसरे कार्य के रूप में नागरिको को 'अपशिष्ट शून्य ' उत्सर्जन करने वाली जीवन शैली अपनाने को प्रेरित करना होगा। 'हाऊस होल्ड जीरो वेस्ट ट्रेनर' के रूप में उन्हें इसके लिये प्रशिक्षित किया जायेगा।
तीसरा प्रशिक्षण उन सहायक नदियों के अध्ययन का होगा जो कि चिन्हित नदी में पानी या अन्य प्रवाहों को योगदान करती हैं।
वेस्ट वाटर के निस्तारणके तरीको का प्रशिक्षण, वेसट वाटर निस्तार का कार्य करने वालों में से जिसके द्वारा बैहतरीनतम तरीका अपनाया जा रहा हो उसकी जानकारी 'बैहतर प्रयास ' के रूप में प्रचार ,।ई-वेस्ट, प्लास्टिक का एक ही बार उपयोग करने के लिये अपनाये जा जा रहे प्रचलित तरीका, कृषि उत्पादन करने वालों के में से जिनके द्वारा कषि उपज के अलावा बवे हुए फसली अपशिष्टों के निस्तार को अपनाये जा रहे तरीकों में से अधिकतम उपयुक्त को जनजानकारी में लाया जायेगा। इसके अलावा नगर निगम के द्वारा ठोस अपषिष्ट के निस्तारण की प्रभावी योजना में बैहतरीनतम योगदान देने के बारे मे जानकरी लेना और अन्य को भी इससे प्रेरित करना आदि भी प्रशिक्षण बिन्दुओं में शामिल है।
-- सूचना संग्रहण
जनपद की नदियों की सूचना, जलाशयों की सूचना, जनपद के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लाटों के बारे में जानकारी संग्रित करना, जनपद सीमा मे स्थित सैप्टिक टैंको के बारे में जानकारी संग्रहण, मध्याकारिय एवं छोटी क्षमता के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लाटों की साल के 365 दिनों में रहने वाली सुचरूता,सैप्टिक टैंको के उत्प्रवाह का नालियो के जरिये निस्तारण की प्रणालियों की जनकारी आदि संग्रहण के बारे में प्रशिक्षण में बताया जायेगा।
गढ्ढों में भरने वाले एवं तालाबों के गंदे पानी के शोधन संशोधन के बारे में जानकारियों को लेकर संभव योगदान, कूडा पृथक्करी प्रक्रिया की जानकारी का प्रचार जिससे कि कूडा उत्सर्जन स्त्रोत घर, ऊद्योगिक यूनिट, बाजार आदि पर उसे अलग अलग किया जा सके , छोटे ठेकेदारों और ठके पर काम करने वालों की जानकारियां जो कि सीर सिस्टम सुचारुता, कार धलाई , कूडा निस्तारण आदि सहित अन्य बकेट आदि की सफाई का काम करते हैं।
रिवर फ्रेंड, पब्लिक टॉयलैटों के बारे में भी सक्रिय रहेगा जिससे कि टायलेटो , मूत्रालयों में इस्तेमाल किया गया पानी बहकर नदी में न जायेओर पानी के स्तेमाल मल की मात्रा यथा संभव कम की जा सके। खराब पडे बोर बैलों की सूची भी नदी मित्र अपडेट रखेंगे।
नदियों में प्रदूषण करने वालों को राकने के लिये तमाम कानून तो बने हुए किन्तु नागरिकों को इसकी कम जानकारी होती है, जबकि रिवर फेंड बतायेगे कि कौन कौन से कानून प्रभावी है तथा उनकी अहृवेलना करने पर क्या दंड दिया जा सकना संभव हो सकता है।
वन एवं कृषि कार्य में पानी की खपत कम करना, कुल मिलाकर इकतालीस बिन्दुओं पर जानकारियों से संपन्न करवाया जायेगा प्रशिक्षणार्थियों को।कार्यक्र के बारे में विस्तृत सूचना अलॉइंस फार रिवर्स इंड इंडिया से मोबाइल नं. 9893304218पर प्राप्त की जा सकती है।
-- नदी तटीय शहरों के लिये खास उपयोगी
सुप्रीम कोर्ट मानीटरिग कमेटी के सदस्य श्री रमन ने कहा है कि भारत सरकार या किसी भी अन्य निकाय की सरकारी या गैर सरकारी योजना का जमीनी स्तर पर पूरा हो पाना काफी मुश्किल भरा होता है। योजना में नागरिको की सहभागिता पर निर्भर करता है,लेकिन योजनाओं के मूल प्रारूपों में भले ही यह कहाजाये किन्तु योजना के आपरेटिव पार्ट में नागरिको की सहभागी हो पाने की अक्सर कोयी गुजायिश ही नहीं रखी जाती। सुपरवाईजर ट्रेनिग कार्यक्रम अगर गंभीरता से अमल में लाया जा सका तो शहर को तमाम एसे वालैंटियर मिल जायेंगे जिनकी हमेशा जरूरत रही है। तकनीकि पक्ष जानकार प्रकृति संपादा की अभिबृद्धि के लिये हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाहन करते हैं।