-- जलसेवक मास्क दस्ताने पहनेंगे, सैनेटाईजेशन और सोशल डिस्टैंसिग का भी पालन होगा
आगरा: श्रीनाथ जल सेवा के द्वारा जैविक आपदा संक्रमण 'कोविड 19' के चल रहे दौर के बीच ग्रीष्म कालीन शुद्ध शीतल प्याऊ संचालन की अर्धशती पूरी कर चुकी परंपरा को सुचारू रखा है। औपचारिक उद्घटन के क्रम में महानगर के प्रमुख बाजारों सहित कई अन्य जन -आवाजाही के 24 स्थानों पर इन्हे शुरू किया गया है। आपदा प्रबंधन के तहत अपेक्षित व्यवस्था के तहत प्याऊ पर तैनात जल सेवक या सेविका सैनेटाइज मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करने के साथ ही दस्ताने भी पहनेगे ।
प्यऊ संचालन संबधी इंतजामो में सहयोगियों मे विख्यात सर्जन डा ज्ञानप्रकाश, अधिवक्ता अनिल गोयल, वासु भाई, अशोक गूतडा,दलजीत सिह ,अशोक बाबू, आदि उद्घाटन कार्यक्रम शामिल थे। डा ज्ञान प्रकाश
ने कहा कि इस समयग्रीष्म प्रकोप अपने चरम पर है, शुद्ध शीतल जल राहगीरो की अहम जरूरत है। चूंकि जैविक संक्रमणकादौर है, इस लिये प्याऊ संचालन के साथ ही कोविड-19 को दृष्टिगत जन स्वास्वास्थय को दृष्टिगत जरूरी इंतजाम भी किये गये हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता श्री अनिल गोयल ने बताया कि इस वर्ष फिलहाल 25 प्याऊओं का ही संचालन किया गया है।अगर ग्रीष्म की तपन का दौर जारी रहा तो यह संख्या और बढायी जायेगी। मुख्य संचालाक री बांके लाल महेश्वरी ने कहा कि इसबार एक दम ुर्क हालात हैं, जलापूत्रि के साथ सोशल डिस्टेसिहग का भी इंतजाम रखना हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी कि जल सेवा से जुडे हुए महानुभावो की सदभावनाये तथा श्रीनाथ जी की कृपा से इस चुनौती भरे दौर मे भी शुद्ध शीतल पेय जल की प्यऊ संचालन की पचाससाल पुरानी परंपरा को बनाये रखा जायेगा। उद्घाटन के कार्यक्रम केबाद भी पूरे दिन प्याऊ ओ पर पूरे दिन पैक्ड फ्रूटी शीतल पेय के डिब्बे भी बांटे गये।