बिना रीडिग के आ रहे बिजली के बिल और लॉकडाउन में भी फीस वसूली मुख्य मुद्दे
कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार चिल्लू एवं वरिष्ठ नेता राम टंडन ने सपरिवार ताली थाली बजाकर की भागीदारी |
आगरा - कांग्रेस ने ' ताली - थाली ' बजाकर महानगर में कोरोना संक्रमण काल में भी शहर वासियों के आर्थिक दोहन के खिलाफ आवाज बुलंद की।सिटीजन कफर्यू और लॉकडाउन के काल में यह पहली जन विरोध अभिव्यक्ति थी। इस विरोध कार्यक्रम का मुख्य मुददा बिजली सप्लाई कंपनी के द्वारा नागरिको को मनमाने बिजली के बिल भेजना और लाकडाउन की अवधि में फीस वसूली को न करने की सरकारी घोषणा के बावजूद स्कूलों के द्वारा वसूली के लिये दबाब बनाया जाना शुरू करना है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार चिल्लू एडवोकेट ने कहा कि कांग्रेस जनो के इस कार्यक्रम को समूचे महानगगर में व्यापक जन समर्थन मिला है। शायद ही कोयी एसा मौहल्ला या कॉलोनी हो जहां कि जनता के प्रति
संवेदन शून्यता को लेकर नागरिको ने नाराजगी न जतायी हो।
महानगर कांग्रेस के पूर्वाध्यक्ष राम टंडन ने अपनी पत्नी श्रीमती रंजना टंडन, मनोज टंडन, भेष बंसल एडवोकेट, त्रिभुवन कुमार शर्मा, ,सैयद अख्तर अली, त्रिलोकी नाथ राठौर, जमील खान, रतन सिह, रघुवंशी आदि के साथ किनारी बाजा स्थित अपने निवास की बालकनी में में खडे होकर ताली थली बजायी। शहर पार्टी के प्रवकता प्रवक्ता आईडी श्रीवास्तव ने दावा कियाहै कि जन आक्रोष से स्वत: ही स्पष्ट है कि आगरा में जनता को किन मुश्किलों का सामना करना पड रहा है। श्री टंडन ने कहा है कि लाकडाउन और संक्रमण के प्रकोप से प्रभावित जनजीवन निराशा के दौर से गुजर रहा है उधर दूसरी ओर सरकार नागरिको का आर्थिक दान करने वालों के प्रति मूकदृष्ट बनी हुई है।
शहर भर में कांग्रेसियों की थाली ताली जोर।
फोटो:असलम सलीमी |
वरिष्ठ कांग्रेस नेता डा मधुरिमा शर्मा, अजहर वारसी ,सोनू अग्रवाल, मीनल ,राजीव गुप्ता, रवि सोलंकी, अनुज शर्मा आदि कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस के कार्यक्रम को पूरी तरह से सफल बताते हुए कहा कि कांग्रेस अब जनविरोधी कृत्यों पर खमोश नहीं बैठेगी।
कांग्रेसियों ने इस कार्यक्रम के संबध में 'ई-कम्यूनिकेशन' के माध्यम से प्रशासन को और वीडियों कांफ्रंस नागरिको को कार्यक्रम की पूर्व में जानकारी दे दी थी। कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष श्री देवेन्द्र कुमार चिल्लू एडवोकेट ने कहा कि शहर भर में काम धंधे बन्द पडे हुए हैं इसके बावजूद बिजली सप्लाई कंपनी बिना रीडिग के ही नागरिको और व्यापारिक व औद्योगिक प्रतिष्ठानों को बिल भेज रही है। इसी प्रकार से स्कूलों के संचालको के द्वारा भी सरकार के आश्वासनों के बावजूद मनमानी फीस वसूली शुरू की जा चुकी है।
कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को सत्तादल ने कितनी गंभीरता से लिया यह तो बाद में ही मालूम पडेगा किन्तु पुलिस की हर जगह पैनी निगहा रही। वीजुअल रिकाडिग भी अनेक स्थानों पर की गयी।