'फालुन दाफा' का अभ्यास भी लॉकडाउन की व्यस्ता में शामिल
( अधिराज चक्रवर्ती :'फालुन दाफा' से होती है सुखनुभूति ) |
आगरा: एक खाली दिमाग शैतान का घर होता है - याद है यह मशहूर कहावत जो हमें स्कूल के दिनों में सुनने को मिलती थी। मेरे पिता की एक आदत थी, वे मुझे स्कूल के समय से ही बड़ी कहावते सुनाया करते थे। उस वक्त मुझे इन कहावतों के अर्थ शायद ही समझ आते थे यह कहना है वालीवुड प्रतिष्ठित मॉडल और उभरते हुए फैशन फोटोग्राफर अधिराज चक्रवर्ती का।
अधिराज मुम्बई में व्यस्तता का अनुभव करने के बाद वर्तमान में 'लॉकडाउन' के चल रहे दौर को फर्क अंदाज मे जीकर अपनी छूटी 'लिखने -पढने' की आदत को ताजा कर रहे हैं। वर्तमान समय में जब पूर्ण लॉकडाउन चल रहा है, तो अधिकांश चीजें सामान्य रूप से काम नहीं कर रही हैं।अधिराज कहते हैं कि इन अनपेक्षित दिनों की शुरूवात सोशल मीडिया, रोज़ के समाचार और वीडियो देखने के बजाय वह उन पुस्तकों को पढने में ज्यादा लगा रहे हैं जिनके लिये वह समय नहीं निकाल पा रहे थे। वह मानते हैं कि , दुनिया में क्या हो रहा है, इसके बारे में जागरूक होना ज़रूरी है, लेकिन उस हद तक नहीं की झूठी खबरों, नकारात्मक विचारों और आलोचनाओं को सुनने में ही समय पूरा
समय गंवा दें।
अधिराज रोजमर्रा की जिंदगी का फलसफा अपने अंदाज में बताते हुए कहते हैं कि अक्सर जब हम नकारात्मकता की चपेट में होते हैं तो हममें से बहुत लोग करुणामय होना भूल जाते हैं, लेकिन यह भाव मानव स्वभाव में स्वभाविक रूप से समाहित रहने वाला भाव है । यही नहीं वह सत्य, करुणा और सहनशीलता का पालन करते है। जो फालुन दाफा (एक उच्च स्तर का साधना अभ्यास , जो ब्रह्मांड की प्रकृति — सत्य, करुणा और सहनशीलता पर आधारित ) के मूल सिद्धांत हैं। यह मन और शरीर के लिए एक प्राचीन साधना अभ्यास है । इस खाली समय ने उन्हें ध्यान अभ्यास के पांच व्यायामों को नियमित रूप से करने में मदद की है जिससे उनके मन को शांत और संयमित रहने में मदद मिली है। इसके अलावा यह अभ्यास प्रतिरोधक शक्ति को मज़बूत बनाने में मदद करता है, इसलिए सहज ही मैं वह काफी ऊर्जावान और सक्रिय महसूस करता हूँ, भले ही मैं पूरे समय घर पर हूँ । इसके साथ ही, फालुन दाफा के संस्थापक श्री ली होंगज़ी की शिक्षाओं की पुस्तक ज़ुआन फालुन को वह नियमित पढ रहे हैं। चूँकि लॉकडाउन होने पर मैं अपनी माँ के पास रह रहे हें इसलिए वह उन्हें भी अभ्यास भी सिखा सके हैं।
'लॉक डाउन' में कई नये मौके भी:अभिराज |
अधिराज बताते हैं कि एक रचनात्मक व्यक्ति और एक स्वयं-सीखा फोटोग्राफर होने के नाते, मुझे लगातार स्वयं को विकसित करने की आवश्यकता होती हैं। इसलिए, अपने ज्ञान को ऑनलाइन बढाने के लिए नियमित रूप से अलग-अलग समय निर्धारित करते हुए, अपने संपादन और रीटचिंग कौशल को और बेहतर बनाने का भी लगातार प्रयास करता हूँ। पिछले दिन मुझे घर पर अपनी पुरानी बांसुरी मिली जिसमे मै कुछ धुनें बजाने की कोशिश कर रहा हूं जो मैंने सीखी थीं । संगीत एक ऐसी चीज है जिसका हमारे आंतरिक पक्ष से गहरा संबंध है और शांत और मधुर संगीत सुनना हमेशा मेरे दैनिक जीवन का हिस्सा रहा है ।
अधिराज कहते हैं कि मैं कुछ कविताएँ लिखने में कामयाब रहा हूँ और कौन जाने, शायद इन सब के अंत तक मैं इतनी कवितायें जुटा लूं कि उन्हें प्रकाशित कर सकूं !
वह कहते हैं कि ' मैं इस पूरे परिदृष्य से यह समझता हूँ की हमारे आसपास जो कुछ भी होता है उसके पीछे कुछ बड़े कारण हैं, हमें अपने विचारों और कार्यों के बारे में चिंतन करने का प्रयास करना चाहिए।
उनका कहना हे कि हम गर्व से चलें,' करके सर ऊँचा, मीलों दूर मृगतृष्णा से आगे, उन सूखी झाड़ियों के कांटो के पार, तपते नीरस रेगिस्तान की झुलसाने वाली गर्मी में ... जबकि, पड़ाव अधिक दूर नहीं है, जहाँ ताड़ वृक्ष और सुखमयी जल है भरपूर ... आओ लौटें सब उस अनंत नखलिस्तान को।'
प्रतिष्ठित मॉडल ,फैशन फोटोग्राफर हैं अधिराज चक्रवर्ती
मिस्टर इंडिया फाइनलिस्ट रह चुके मॉड्यूलिग के अलावा भी बहुत कुछ है'वालीवुड' के अधिराज के लिये मुंबई के एक प्रतिष्ठित मॉडल और उभरते हुए फैशन फोटोग्राफर हैं। वह फालुन दाफा का अभ्यास करते हैं जो मन और शरीर की एक प्राचीन साधना पद्धति है। अधिक जानकारी www[.]falundafaindia[.]org पर संपर्क किया जासकता है। आलेख--अधिराज चक्रवर्ती