27 मार्च 2020

आगरा का 'गरीब खाना ' जहां दो दशक पूर्व तक रईस भी आते थे संक्रामक रोगों के इलाज को

जन-स्‍वास्‍थ्‍य प्रबंधन कार्य योजना में 'आई डी एच  ' अस्‍पताल को शामि‍ल कर सुचारु करवाया जाये

( आई डी एच परि‍सर का भ्रमण कर पूर्व स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री
 डा हरि‍त ने यादें ताजा कीं। फोटो:असलम सलीमी )
आगरा: प्रदेश के पूर्व स्‍वास्‍थ्‍य राज्‍य मंत्री डा रामबाबू हरि‍त ने कहा है कि‍ आगरा जनस्‍वास्‍थ्‍य एवं समय रहते उसके उपचार की दृष्‍टि‍ से हमेशा अत्‍यंत जागरूक रहा है,यही कारण है कि‍ यहां पूराने समय से ही जटि‍ल और संक्रामक रोगों (Infectious diseases) के इलाज की व्‍यापक व्‍यवस्‍थायें रही है।  उन्‍होंने मौजूदा कोरोना वायरस की संक्रमणता से आगरा को यथा संभव न्‍यून असरवाला रखने के लि‍ये ' सोशल डि‍स्‍टेंसि‍ग '  को आगरा में प्रभावी हो जाने को एक बडी कामयाबी बताते हुए उम्‍मीद जताते हुए कहा है कि मुख्‍यमंत्री आदि‍त्‍यनाथ जी के नेतृत्‍व में रोकथाम के उपाये अब पूरी तरह से कामयाब हो चुके है।
उन्‍हों ने कहा कि‍ मानसि‍क आरोगय शाला, गांधी कुष्‍ठ आश्रम ,लेडी लायल हॉस्‍पि‍टल (महि‍ला चि‍कि‍सलय) आदि‍ वे पुराने स्‍वास्थ्‍य संबधी प्रति‍ष्‍ठान  हैं जि‍न्‍हें मौजूदा जनस्‍वास्‍थ्‍य सुवि‍धाओं को उपलब्‍ध करवाने वाली सुवि‍धाओं को संभव करवाने का ढाचागत आधार
माना जा सकता है। एक समय आगरा का संक्रामक रोग चि‍कि‍त्‍सालय (आइ्र डी एच अस्‍पताल शाहगंज) भी इसी प्रकार की जनस्‍वास्‍थ्‍य से संबधि‍त एक महत्‍वपूर्ण अवस्‍थापना थी। उन्‍होंने बताया कि‍  एक समय इसे खुर्दबुर्द होने से बचाने के लि‍ये शासन में भरपूर प्रयास कि‍या था। संयोग से वह उस दौर मे अपने पद पर ज्‍यादा समय नहीं रह सके थे।

आई डी एच को गंभीरता से लि‍या जाये

डा  हरि‍त ने कहा कि‍ आनेवाले समय में भी इस प्रकार की चुनौति‍यां जब भी खडी हों उनकी संभावनाओं को दष्‍टि‍गत जो भी 'प्रबंधन कार्य योजना ' बने उसमें इसके जीर्णेद्धार को अनि‍वार्य रूप से  शामि‍ल कि‍या जाना सामायि‍क जरूरत है।

 परामर्ष को आनलाइन उपलब्‍ध

ताज सि‍टी के जनस्‍वास्‍थ्‍य से आठ दशक तक सीधा जुडा रहा स्‍वास्‍थ्‍य
उपचार का पर्याय ,आई डी एच परि‍सर । फोटो:असलम सलीमी
डा हरि‍त ने कहा कि‍ जहां तक कोरोना वायरस के खतरे का सवाल है , इसकी अब तक की सबसे असरदार दबा जैसा कि‍ प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री भारत सरकार कह रहे है केवल 'सोशल डि‍स्‍टैंसि‍ग' ही  है। उन्‍होंने कहा कि वह आगरा के डॉक्टर  समूह के द्वारा कम्‍यूनि‍अी काऊंसलि‍ग के साथ जुड़  कर सक्रि‍य हैं, इसके अलावा अपने नि‍वास पर पेशैंटो से वीडि‍यों कांफ्रेंसिग और स्‍काइप पर संवाद की व्‍यवस्‍था कर रखी है। मोबाइल नम्‍बर 9410831901के माध्‍यम से  वाटसैप ( WhatsApp ) पर वह लगातार उपनी उपलब्‍धता बनाये रख रहे हैं। 
मैडीकल ढाचागत प्रति‍ष्‍ठानों का अनुरक्षण हो :

सि‍वि‍ल सोसायटी आगरा के जनरल सैकेट्री अनि‍ल शर्मा ने कहा है कि‍  टूरि‍जम की बात करते समय हम  ' मैडीकल टूरिज्‍म ' की बात करते हैं। अगर गौर करें तो ताजगंज का गांधी कुष्‍ठ आश्रम , सोठ की मंडी स्‍थि‍त मानसि‍क आरोग्‍याशाला, शाहगंज का संक्रमक रोग अस्पताल  ( गरीब खाना ),मोती कटरा का टी बी डि‍मांस्‍ट्रेशन सेंटर ,लेडी लायल महि‍ला चि‍कि‍त्‍सालय यहां की जनस्‍वास्‍थ्‍य और मानव की उपचार संबधी महत्‍वपूर्ण अवस्‍थापनाये हैं। यह अलग बात है कि‍ सरकारों का ध्‍यान केवल एस एन मैडीकल कॉलेज पर ही ज्‍यादा केन्‍द्रि‍त रहा। बेहद संतोश की बात है कि‍ पूर्व स्‍वास्‍थ्‍य राज्‍य मंत्री डा राम बाबू हरि‍त संक्रामक अस्‍पताल के अनुरक्षण और उसकी सेवाये बहाल करने को लेकर  भरपूर संवेदना  रखते हैं ।‍