टाटा की विरासत का हिस्सा था यह ब्रिज
705 मीटर लम्बा हावड़ा ब्रिज अब साउंड एंड लाइट का आकर्षण बनेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाइट एंड साउंड शो का भी उद्घाटन किया। साउंड एंड लाइट शो के जरिये 20 बीं शताब्दी के इस ऐतिहासिक पल की यादें ताज़ा करते रहेंगे।
इसका निर्माण कार्य 1936 में शुरू हुआ था तथा निर्माण में करीब 6 साल लगे थे । यह ब्रिज 1943 में जनता के लिए खोल दिया गया था । यह ब्रिज दुनिया का सबसे व्यस्त कैंटिलीवर ब्रिज हो सकता है, जिसपर हर दिन लगभग 100,000 वाहनों और 150,000 से अधिक पैदल यात्री गुजरते हैं । निर्माण के समय यह दुनिआ का सबसे लंबा तीसरा पुल था किंत वर्तमान में यह दुनिया का छटा सबसे लंबा कैंटिलीवर पुल माना जाता है।हावड़ा ब्रिज का इतिहास भी टाटा की विरासत का हिस्सा है, क्योंकि इसने परियोजना के लिए 23,000 टन स्टील की आपूर्ति की। मजे की बात यह है कि संरचना में कोई नट और बोल्ट नहीं हैं, क्योंकि बिल्डरों ने इसके बजाय स्टील राइविंग का उपयोग किया था।