अगले वर्ष 5 से 8 फरवरी तक लखनऊ में डिफेंस एक्सपो आयोजन के लिए गोमती नदी के किनारों से लगभग 64,000 छोटे और बड़े पेड़ों को हटाने का प्रस्ताव का विवाद काफी गर्मी पकड़ रहा है। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि डिफेंस एक्सपो समाप्त हो जाने के बाद नदी के किनारों पर नए पेड़ लगाए जाएंगे।लखनऊ के वायु गुणवत्ता सूचकांक को देखते हुए लोगों का ध्यान विशेष रूप से आकर्षित है। गोमती नदी के तट को अगले साल 15 जनवरी तक डिफेंस एक्सपो के लिए सौंप दिया जाना है क्योंकि एक्सपो 5 से 8 फरवरी तक चलेगा । इस डिफेंस एक्सपो का विषय होगा इंडिया द इमर्जिंग डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब और इसका विशेष फोकस होगा डिफेंस के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर । इस विवाद के सन्दर्भ में सरकार के प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि पेड़ों को शिफ्ट करने की कोई योजना नहीं थी। किन्तु गोमती तट पर रिवरफ्रंट के आसपास के क्षेत्र का उपयोग रक्षा उपकरणों के प्रदर्शन के कारण इन पेड़ों को नर्सरी में ले जाया जाएगा और वहां रखा जाएगा। एक्सपो खत्म होने के बाद, उन्हें फिर से लगा दिया जायेगा। लोगों का माना है कि इस प्रक्रिया मैं सारे पेड़ नष्ट हो जायेंगे ।