आगरा।इंडिया राइजिंग ने अपना 300 वां स्वच्छता, सौंदर्यीकरण व जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान ऐसी बहादुर युवतियों ने भी सहभागिता की जिनके ऊपर तेजाब से हमला हो चुका है। इन वीर बहनों ने हिम्मत हारने की जगह लड़ने और जीतने का मार्ग अपनाया। आज ये समाज के लिए संघर्ष व बहादुरी की मिसाल बन चुकी हैं।बतादें कि ये एसिड अटैक सर्वाइवर महिलाएं आगरा में शेरोज़ हैंगआउट नाम का कैफे भी चलाती हैं । यहां ज्यादातर वे महिलाएं हैं जो जघन्य रासायनिक अटैक से बचकर अपने जीवन और अस्तित्व के लिए वापस लड़ी हैं और अब खुद को 'सेनानियों' के रूप में परिभाषित करने के लिए संघर्ष कर रही हैं। यह हैंगआउट वह जगह है जहाँ महिलाओं का सशक्तीकरण एक व्यापक रूप रीडर्स कैफे तथा एक सक्रियता कार्यशाला के रूप में जाना जाता है।