8 अक्तूबर 2019

दुर्गा पूजा संपन्‍न ,यमुना नदी के प्रदूषण को लेकर नागरि‍कों में बढी संवेदनशीलता

--लोक स्‍वर के अभि‍यान मे  एक बार इस्‍तेमाल हो सकने वाले प्‍लास्‍टि‍क पात्र भी शामि‍ल
 राजा छत्‍ता काशी गली में माता के दरबार में बही
 भक्‍ति‍ की बहार।फोटो:असलम सलीमी

आगरा: नौ दुर्गा का पर्व धूम धाम के साथ संपन्‍न हुआ। मूल रूप से हि‍न्‍दुओं के इस पर्व में अन्‍य समुदायों के लोगों ने भी अध्‍यात्‍मि‍क अनुभूति‍यों में सहभागी बने। लोक स्‍वर संस्‍था की ओर से  वर्षभर कि‍ये जाते रहे प्रयासो के फलस्‍वरूप केवल एक बार  इस्‍तेमाल कि‍ये जाने वाले प्‍लास्‍टि‍‍क और पॉलीथीन का इस्‍तेमाल लगभग नागण्‍य रहा।  -- -
-- बंगाली समाज की सांस्‍कृति‍क परंपरा
सबसे आकर्षक पंडाल परंपरागत रूप से बंगाली  राजा छत्‍ता काशी गली में माता के दरबार में बही भक्‍ति‍ की बहार।सलीमीसमाज के सजे, आगरा में बंगाली समाज के लोग पि‍छले कई दशक
से यह पर्व मनाते आ रहे हैं ,पूजा अर्चना के साथ ही ड्रामा मंचन सहि‍त अनेक सांस्‍कृति‍क आयोजन भी करते हैं।
--राजा छत्‍ता काशी गली में सौहाद्र
भारतीय गर्वनर जर्नल वारेन हेस्‍टि‍ग के द्वारा महाराजा वाराणसी का प्रवास रही कश्‍मीरी बाजार की  राजा काशी गली में भी महानगर के तमाम भागों की तरह  नौ दर्ग का 27 सि‍तम्‍बर से 7अक्‍टूवर के बीच  कश्‍मीरी बाजार में दुर्गा पूजा का आयोजन कि‍या गया। यहां देवी मां के सजाये पंडाल में देवी जागरण और भंडारे का आयोजन कि‍या गया। श्रीमती लच्‍छो देवी, अशोक कुमार,वि‍जय कुमार, ,पिेटू वि‍जय कश्‍यप, ,पप्‍पू कश्‍यप,लव कश्‍यप, वि‍नय कश्‍यप,लघु कश्‍यप, ,राम वीर कश्‍यप, संतोश कश्‍यप, मुकुल कश्‍यप, कन्‍हैया कश्‍यप तथा सुभाश कश्‍यप आदि‍ की आयोजन में सक्रि‍य भागीदारी रही। मुस्‍लि‍म बहुल इस इलाके में यह परंपरागत आयोजन आगरा की प्रख्‍यात ' गंगा यमुनी' तहजीब  की अपने आप में जीवंत मि‍साल है।
 -- लोकस्‍वर
लोक स्‍वर यानि‍
 आपका स्‍वर:राजीव गुप्‍ता 
:  संस्‍था के अध्‍यक्ष राजीव गुप्‍ता ने कहा है कि‍ 'हमारा अभि‍यान शुरू में केवल प्‍लास्‍टर आफ पैरि‍स तथा उन अन्‍य   प्रति‍माओं के नदी में वि‍सर्जन करने की आगरा में अचानक बढी बढ रही प्रवृत्‍ति‍ को थामने तक ही सीमि‍त था। संतोष की बात है कि‍ इस पहल को अब जनता का भी प्रत्‍यक्ष समर्थन मि‍लचुका है। लोग खुद ही प्‍लास्‍टि‍क और र्सि‍फ एक बार  इस्‍तेमाल कि‍ये जाने वाले सि‍थैटि‍क मैटि‍रि‍यल के पात्रों को नकारने लगे हैं।