13 अगस्त 2019

तान्या रस्तोगी का पिंकिस्तान यानी गुलाबी रंग

-- भारतीय महिलाओं के लिए ये डिज़ाइन हैं  जो आज़ादी को  शान और स्त्रीत्व को अपना मान समझती हैं
(ड्राप इरिंग)
आगरा ज्वैलरी विशेषज्ञ तान्या रस्तोगी को अक्सर परंपरा और विरासत की अनोखी दास्तां बयां करने वाले आभूषण कलेक्शन बनाने के लिए जाना जाता है। इस सीज़न तान्या रस्तोगी लेकर आई हैं पिंकिस्तान कलेक्शन, जो एक ऐसी काल्पनिक दुनिया से प्रेरित है जहां औरतों को सम्मान, प्यार और समाज में बराबरी का दर्जा हासिल है।

मुम्‍बई की चर्चाओं तक सीमित रहने वाला पिंकिस्तान अब देश भर में चर्चित है।  पिंक यानी गुलाबी रंग के कई शेड्स में स्टेटमेंट ईयर रिंग्स मौजूद हैं। इसका हर शेड एक
महिला की खासियत और उसके विशिष्ट व्यक्तित्व को दर्शाता है। इस कलेक्शन में 18 केरेट गोल्ड से बने ऐसे आभूषण हैं जिन्हें पेस्टल पिंक रंग के रत्नों से सजाकर, उन पर खूबसूरती से इनेमल किया गया है।

(क्राफटिन इयरिंग)
पिंकिस्तान को उन आधुनिक भारतीय महिलाओं के लिए डिज़ाइन किया गया है जो आज़ादी को अपनी शान और स्त्रीत्व को अपना मान समझती हैं। इस कलेक्शन नें विभिन्न प्रकार के आभूषण हैं जिन्हें भारतीय पोशाकों के साथ तो पहना जा ही सकता है लेकिन नियमों में न बंधने वाली महिलाएं उन्हें वेस्टर्न परिधानों के साथ भी पहन सकती हैं।

पिंकिस्तान एक ऐसा कलेक्शन है जो अपने आप में स्त्रीत्व का एहसास समेटे हुए एक परफेक्ट काल्पनिक दुनिया को जीवंत कर देता है। तान्या का यह कलेक्शन हिस्ट्री यानि इतिहास को बतौर हर स्टोरी यानि एक महिला के नज़रिए से देखने की कोशिश करता है। यह कलेक्शन लाला जुगल किशोर के सभी आउटलेट्स पर उपलब्ध है।

तान्या रस्तोगी के बारे में:
तान्या रस्तोगी एक ज्वैलरी क्यूरेटर और विशेषज्ञ हैं जिन्हें समय को मात देने वाले उत्कृष्ट डिज़ाइन के आभूषण बनाने के लिए जाना जाता है। सदियों से अवध के नवाबों को आभूषणों से सुशोभित करते आए ‘लाला जुगल किशोर ज्वैलर्स’ परिवार से आने वाली तान्या, हमेशा से लखनऊ के नवाबों के दुर्लभ और बेशकीमती आभूषणों को करीब से देखती और परखती आई हैं। आभूषणों के लिए उनके असीम प्यार की बदौलत ही उन्होंने ‘ज्वैल्स ऑफ अवध’ कलेक्शन बनाया। यह पुरातन काल की निशानियों के लिए उनका लगाव और गुज़रे वक्त को सहजने का जुनून ही है जिसके चलते तान्या इतने आकर्षक, शाही और कालजयी आभूषणों को जीवंत बनाती आ रही हैं।
लेखिका-- वेदाक्षरी जोशी ( Vedaxari Joshi)

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