19 मई 2019

अकबराबाद की तहजीब और कौमी एकता के नाम रहा रमजान का ग्‍यारहवां रोजा इफ्तार

--सैयद असगर अली शाह जाफरी कादरी नि‍याजी के  इंसानि‍यत जज्‍बों को याद कि‍या
रोजा इफ्तार के मौके पर सज्‍जादा नशीन मौहम्‍मद अजमल
अलीशाह ने की अमन चैन की दुआ। फोटो:असलम सलीमी
आगरा: उर्स हजरत सैयद असगर अली शाह जाफरी रह. पर रोजा इफ्तार का आयोजन आस्‍ताना हजरत मैकश खानकाह -ए - कादरि‍या नि‍जामि‍या मेवा कटरा पर संपन्‍न हुआ। इस अवसर पर   रमजान के महीने का ग्‍यारहवां रोजा था, जि‍समें पीरन ए पीर की नजर भी दि‍लायी गयी। 
शाम को महफि‍ले कब्‍बाली हुई जसके बाद रोजा इफ्तार हुआ। 
समाज के बडी संख्‍या में भागीदारी वाले इस आयोजन के अवसर पर सज्‍जादा नशीन मौहम्‍मद अजमल अलीशाह ने उर्स कार्यक्रम की सदारत करते हुए सूफी सूफी वि‍चारधारा और अध्‍यामि‍क मनन व चि‍तन की जरूरत पर वि‍स्‍तार से प्रकाश डाला।  
सैयद असगर अली शाह जाफरी कादरी नि‍याजी रह. ( 1865-1903) हजरत सैय्यद मौहम्‍मद अली शाह अल्‍लमा मैकश अली मैकश अकबरावादी के पि‍ता थे , इन्‍हीं की स्‍मृति‍ में
हरसाल 11रमजान को उनका उर्समनाया जाता है। इस वर्ष उनका यह 116वां उर्स था। सूफी बजुर्ग होने के साथ ही वह हमेशा गरीब और जरूरत मंछों के साथ खडे होते थे और फ्रीडम मूवमेंट से भी अपने अंदाज में जुडे रहे थे। मौजूदा सज्‍जाद नशीं मौहम्‍मद अजमल अलीशाह अपने बुजुर्गों की इसी परंपरा की नि‍रंतता को बनाये हुए हैं।
  कार्यक्रम में सैय्यद हैदर अली शाह, सैय्यद शब्‍ब अली शाह, सैय्यद सि‍नवान अहमद शाह, सैय्यद यसि‍र अली शाह, सैय्यद अनवर अली शाह, सरू्यद फाइज अलीशाह,  अली शाह, सैय्यद अशफाक अहमद, सैय्यद महमूद उज जमा, सैय्यद मेराज उद्दीन, सैय्यद  फैज अली शाह, सैय्यद तनवीर अहमद, शफकत अहमद, सैय्यद मसूद अहमद, सैय्यद नि‍सार अहमद साबि‍री, हाजी इम्‍ति‍याज, भईया जाहि‍द हुसैन, हाजी अफसल अकबराबादी,  महमूद अहमद अकबरावादी, चांद नि‍याजी, नसीम अहमद, शारि‍क इकबाल, बसीम जमां, नदीम शाहि‍द, मौ.आदि‍ल, हाजी तौफीक, मुबारक अली, मुंशी जाहि‍द अली,हाजी इल्‍यास अख्‍तर वारसी, यामीन कादरी, अख्‍तर उबैसी नि‍याजी, यादाब आमि‍र, अरशद अजहर उमरी, सैय्यद खावर वारसी,  चौधरी फैजान उद्दीन, शाहीन हाशि‍मी, अजहर अली, आदि‍ की आयोजन में शि‍रकत रही।