11 मई 2019

आगरा में पानी बना अभिशाप, घिसट रहा बचपन, हर घर में दिव्यांग

                           ( नरेश पारस द्वारा विशेष )
आगरा। पानी जिंदगी बचाता है, मगर जब ये खराब हो जाए तो जिंदगी को बैसाखी पर भी ला देता है। बताया जाता है कि आगरा के बरौली अहीर ब्लाॅक अंतर्गत गांवों के पानी में फ्लोराइड की मात्रा बहुत अधिक बढ़ गई है, जिसके चलते बच्चे दिव्यांग हो रहे हैं। बच्चों के पैर टेढ़े तथा दांत खराब हो रहे हैं। बच्चे ठीक से चल नहीं पाते हैं। फ्लोराइड युक्त प्रदूषित भूगर्भ जल की मार झेल रहे पचगाई खेड़ा के दो हजार परिवारों में शायद ही कोई ऐसा घर हो जहां मानसिक रूप से बीमार या हड्डी का रोगी मौजूद न हो। बरौली अहीर ब्लॉक पर फ्लोराइड कहर बनकर टूटा है। 11 गांव की करीब 26 हजार 700 आबादी में से 60 प्रतिशत लोग किसी न किसी रूप में प्रभावित हैं। साढ़े तीन प्रतिशत आबादी पूरी तरह विकलांग हो गई है। गांव में घुसते ही यहां जहरीले पानी का खौफ साफ नजर आता है गांव के सभी हैंडपंपों पर लाल निशान लगाकर इनका पानी पीने से रोक दिया गया है। पानी की टंकियों पर भी लाल रंग से पीने योग्य पानी नहीं होने की चेतावनी लिख दी गई