27 मई 2019

समाजवादी पार्टी अपने खोये वोटों को फिर से बापिस ला सकेगी ?

विश्लेषण करने से पता लगता है  सपा का   जब भी अन्य राजनीतिक दलों के साथ सीटों का बंटवारा हुआ है तो पार्टी को नुकसान हुआ है।  2017 के विधानसभा चुनाव में  सपा को  कांग्रेस के साथ गठबंधन से नुकसान हुआ  और 2019 में  बसपा के साथ गठबंधन से भी बहुत नुकसान हुआ । पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है, 2019 में, हमने न केवल कम सीटों पर चुनाव लड़ा, बल्कि जहां भी हम चुनाव लड़े, बसपा और रालोद अपने वोट सपा को हस्तांतरित करने में विफल रहे।  जिसके परिणामस्वरूप  हमने  अपनी परंपरागत  सीटें  बदायूं  , फिरोजाबाद और कन्नौज भी खो दीं। साथ ही  हमने अपने  वास्तव में वोट खो दिए। चुनाव आयोग की वेबसाइट से पता चलता है कि बीएसपी को 2019 के चुनावों की तुलना में 2019 में 7,44,723 अधिक वोट मिले, जबकि समाजवादी पार्टी को पिछले  संसदीय चुनाव  की तुलना में 2019 में 24,55,347 कम वोट मिले।