18 जुलाई 2018

प्रेस काऊंसिल की दो सदस्‍यी टीम ने पत्रकार से हुई मारपीट कांड के पहलुओं को समझा

-- पीडित पत्रकार जसीम मौहम्‍मद को न्‍याय दिया जाये: अध्‍यक्ष प्रिंट ऐड ईलैक्‍ट्रानिक मीडिया एसो.
अलीगढ मु. विश्‍विद्यालय में पत्रकार जसीम के साथ मारपीट की घना की
जांच करने  सी के नायक,जैदी रजा   गिरीश कुशवाह एवं राजीव सक्‍सेना
गरा: पत्रकारों के समाचार संग्रह करने के काम में दखलंदाजी करने की प्रवृत्‍ति लगातार रिपोर्टिंग के दौरान वि वि के एक अधिकारी के कक्ष्‍ा में हुई मारपीट की घटना की जांच करने आयी प्रेस काऊंसिल की टीम के साथ मुलाकात कर रहे थे ने कहा कि उत्‍पीडन की घटनाओं में केवल मुआबाज दिलवाना या कडी टिप्‍पणियां करना ही पर्याप्‍त नहीं अगर घटना सही है तो एफ आई आर दज्र करवाने की संस्‍तुति भी राज्‍य सरकार से की जाना चाहिये।
श्री कुशवाह ने कहा कि वैसे अब तक जो फीडबैक उन्‍हे मिला है , उसके मुताबिक जसीम मौहम्‍मद के साथ
घटी घटना सही है,उ प्र सरकार को उन्‍हे कानूनी लडाई लडने के लिये हरकिस्‍म की मदद करनी चाहिये। एसोसियेशन के नेशनल जनरल सैकेट्री पत्रकार राजीव सक्‍सेना भी श्री कुशवाह के साथ साथ थे।
अलीगढ की घटना के अलावा प्रेस काऊंसिल के सदस्‍यों से श्री सक्‍सेना ने कहा कि यू पी में पत्रकारों से संबधित उन्‍य प्रकार के उत्‍पीडन भी हो रहे हैं, जिनमें उन्‍हें उनके कानूनी हक से बंचित किया जाना भी शामिल है। मल्‍टी एडीशन पब्‍लिकेशनों की ट्रांसफर को लेकर मॉड्यूल गाइड लाइंस बनायी जाना जरूरी हैं।
प्रेस काऊंसिल के सदस्‍य सी के नायक,जैदी रजा  प्रिंट एंड इलैक्‍ट्रानिक मीडिया एसोसिहयेशन
 केराष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष गिरीश कुशवाह ,पीडित पत्रकार जसीम एवं पत्रकार राजीव सक्‍सेना।
 प्रेा काऊंसिल के सदस्‍य सी के नायक   ने कहा कि पत्रकारों के मामलों को लेकर काऊंसिल पूरी तरह से गंभीर है किन्‍तु फिलहाल प्राथमिकता पत्रकारों के प्रति हिंसा के मामलों की बढती संख्‍या है से निपटना है। उन्‍होंने कहा कि अलीगढ की घटना को उनके द्वारा गंभीरता से लियागया है, संबधित पक्षों के बयान दज्र कर लिये गये हैं किन्‍तु जांच की रिपोर्ट काफंसिल को ही देंगे। टीम  के दूसरे सदस्‍य सैयद  हुसैन जैदी रजा   ने कहा कि जांच कार्य पूरा हो गया है ,सभी पक्षों को सुन लिया गया है। काऊंसिल के समक्ष शीघ्र ही रिपोर्ट पेश कर देगे ।उन्‍होंने कहा कि श्री जसीम मोहम्‍मद मौहम्‍मद ही अन्‍य संधित पक्षों के बयान भी नोट कर लिये गये हैं। 
फिलहाल अलीगढ शांत है किन्‍तु मुस्‍लिम यूनिवर्स्‍टी के माईनार्टी स्‍टेटस और शैड्यूल्‍ड क्‍लास के रिजर्वेशन को लेकर आंतरिक तौर पर काफी तनाव है, माना जा रहा है कि माईनार्टी या शैड्यूल्‍उ क्‍लास में से किसी ने भी कोयी आंदोलनात्‍मक कदम उठाया तो फिजां खराब होते देर हीं लगेगी। ।फिलहाल अलीगढ में रैपिड एक्‍शन फोर्स के दस्‍ते जहां तहा घमते दिख जाते हैं। स्‍थानीय समाचार पत्रों की हर छोटी बडी खबर पर पूरी गहनात के साथ नजर रखी जा रही है।