4 जून 2018

पिछले चार सालों में यमुना मैया के लिए सरकार का कोई ठोस कदम नहीं

आगरा। रिवर कनेक्ट अभियान के संरक्षक  ब्रज खंडेलवाल ने यमुना की दुर्दशा पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए  कहा कि यमुना स्वच्छता के तमाम संदेश दिए गए, यमुना सफाई की बात की गई, यमुना में स्टीमर चलाने की बात कही गई परन्तु पिछले चार सालों में यमुना मैया के लिए कोई ठोस काम नहीं किया गया है, सारे वादे झूठे और खोखले साबित हो रहे हैं।
अभियान के सदस्य देवदत्त ने कहा कि-"जीवनदायिनी कालिंदी' इसी नाम से तो यमुना नदी को पुकारा जाता है एक वक्त था जब यमुना को लेकर एक बात प्रचलित थी कि जिस शहर से यमुना मैया निकलती है उस शहर
को हरा-भरा बनाते हुए तथा उस शहर के पाप व गंदगी को अपने में समाहित कर आगे निकल जाती है,परन्तु आज के संदर्भ में पाप व गंदगी इतने अधिक बढ़ गए हैं कि लगता है कि यमुना मैया पाप व गंदगी के आगे खुद ही अपना अस्तित्व नहीं बचा पा रहीं हैं, अर्थात यमुना मैया मर रहीं हैं और यदि यमुना मैया मर रहीं हैं तो हम जी कर क्या करेंगे,अतः महामहिम राष्ट्रपति हमें देह त्यागने की अनुमति दें।" यमुना भक्त सौरभ गुप्ता ने बताया यमुना मैया को पैसों की या अंधभक्ति की नहीं,उसे स्वच्छ रखने और पुनर्जीवित करने के लिए द्रढ इच्छाशक्ति की जरूरत है।यमुना भक्त गौरव उपाध्याय ने अपने विचार रखते हुए कहा कि प्रकृति ने हमें जो स्रोत दिए हैं उन्हें प्रदूषित होते देख मन द्रवित हो उठता है।यमुना भक्त मोहित मुकुट चौधरी ने कहा कि 'केंद्र व राज्य सरकारों को शर्म आनी चाहिए कि यमुना की यह दुर्दशा है और वे कुछ नहीं कर रहे हैं।' अश्विनी चौहान ने कहा कि भाजपा को अपने किये हुए वादों को ध्यान रखना चाहिए 2019 में भी चुनाव होने हैं और अपने स्टीमर चलाने वाले वादे को पूरा करें। अन्य यमुना भक्त नितिन ने बताया कि मेरे मित्र यमुना के लिए संघर्ष कर रहे हैं और मैं उनके साथ हूँ।