8 अप्रैल 2018

साहित्‍य सृजन से ही जीवन में सकारात्‍मकता : डा सी पी राय

--ताज लिट्रेचर क्‍लब ने साहित्‍य सृजकों को सशक्‍त मंच दिया 
ताज लिट्रेचर क्‍लब  की ना. प्र. सभा के मानस भवन में डा शशि
तिवारी ने अपनी सरस कवितायें प्रस्‍तुत कीं।
आगरा: ‘ साहित्‍य सृजन से आत्‍म संतुष्‍टि और जीवन को सकारात्‍मकता मिलती है’ यह कहना है समाजवादी चिंतक डा सी पी राय का जो कि नागरी प्रचारिणी सभा के मानस भवन में ताज लिट्रेचर क्‍लब के द्वारा आयोजित साहित्‍य संगोष्‍ठी को संबोधित  कर रहे थे।दो बार राज्‍य मंत्री रहे डा राय ने कहा कि अपनी राजनैतिक सक्रियता के दौर में भी अपनी साहित्‍यिक अभिरुची से कभी भी विरक्‍त नहीं हो सके। अब तो उनकी पहली प्राथमिकता ही साहित्‍यिक आयोजन ही हैं। उन्‍होंने अपनी कई कविताओं को भी  तीन दशक पूर्व के संस्‍मरणों के साथ प्रस्‍तुत किया। 
प्रख्‍यात कवियत्री डा शशि तिवारी ने शशि तिवारी ने सरस्‍वती वंदना सहित कई रचनाओं का सरस पाठ
प्रस्‍तुत किया। विशिष्‍ठ अतिथि के रूप में श्री महेश शर्मा,  नागरी प्रचारिणी सभा की सभापति  रानी सरोज गौरिहार, अनिल शर्मा, राजीव सक्‍सेना आदि ने भी विचार
संस्‍थापिका भावना
 बरदान शर्मा
व्‍यक्‍त किये।
,पूर्व में  क्‍लब की अध्‍यक्ष डा मधु भारद्वाज ने अतिथियों का स्‍वागत किया। कार्यक्रम में डा साधना भार्गव, दीक्षा गुप्‍ता, डा मुक्‍ता भदौरिया, राहुल उपाध्‍याय, दीपक सरीन, कुंवर अनुराग, विजय लक्ष्‍मी सिंह आदि ने काव्‍य पाठ किये। क्‍लब की संस्‍थापिका श्रीमती भावना बरदान शर्मा  ने कहा कि क्‍लब  उन साहित्‍य सृजकों के लिये एक सशक्‍त माध्‍यम बन चुका है जो कि उपयुक्‍त अवसरों से दूर थे।  
फलस्‍वरूप  डायरियां लिखने तक ही अपने को सीमित मानने लगे थे1 उन्‍होंने कहा कि क्‍लब की परिकल्‍पना को साकार करने में फेस बुक प्रभावी माध्‍यम साबित हुआ । अब इसे महानगर के साहित्‍यकारों,व कलाधर्मियों के द्वारा इसे स्‍वीकारा जा चुका है।
क्‍लब की गतविधियों को आगरा की सांस्‍कृतिक परंपरओं के अनुरूप मानते हुए अमृत विद्या एजूकेशनल सोसायटी के जनरल सैकेट्री अनिल शर्मा ने पूर्ण सहयोग दिये जाने की घोषणा की तथा  ‘ द के एस रॉयल ‘ होटल प्रबंधन की ओर से अगली संगोष्‍ठी होटल में रखने का प्रस्‍ताव रखा, इसी प्रकार आगरा पब्‍लिक स्‍कूल समूह के प्रबंधन की ओर से श्री महेश शर्मा ने क्रम की अगली ग्रीष्‍मकालीन संगोष्‍ठी विद्यालय के मीटिंग हॉल में रखे जाने का प्रस्‍ताव रखा। क्‍लब की ओर से वरिष्‍ठ साहित्‍यकार डा मधु भारद्वाज के द्वारा दोनों ही प्रस्‍तावों पर सहमति व्‍यक्‍त कर आभार जताया। पूर्व में इस अवसर पर कुछ साहित्‍कारो और साहित्‍यिक गतिविधियों के प्रति अभिरुचिवानों को स्‍मृति चिन्‍ह देकर सम्‍मानित भी किया गया।