4 नवंबर 2017

'आगरा- दिल्‍ली ' ट्रैविल की तनाव से मुक्‍ति को ताज सिटी में शीघ्र एयरपोर्ट बने

--युवा उद्यमी उत्‍सव की दर्दनाक मौत पर सिविल सोसायटी की तीखी प्रतिक्रिया
अब और देर बर्दाश्‍त नहीं तनाव मुक्‍त ट्रैविल केलिये
बढे ताजसिटी की एयर कनैक्‍टिविटी 
आगरा: सिविल सोसायटी आगरा  ने युवा जूता उद्यमी उत्‍सव डंग और उनके ड्राईवर नूर मौहम्‍मद की यमुनाएक्‍सप्रेस वेपर घटी दुर्घटना पर गहरा शोक जताया हैऔर कहा है कि अगर आगरा में उपयुक्‍तस्‍तरकी एयरकनैक्‍टिविटीहोती तोआयेदिनहोने वाली इस प्रकार की जनलेवा घटनाये नहीं घटतीं। सोसायटी केजनरल सैकेट्री श्री अनिल शर्मा ने उत्‍सव डंगा और उनके ड्राईवर की मोत पर शोक व्‍यक्‍त करते हुए हुए कहा है कि काश: आगरा में उनके द्वारा लम्‍बे समय से उठायी जाती रही सिविल एयरपोर्ट और प्रभावी एयर कनैक्‍टिविटी की मांग समय से मांग ली गयी होती तो उत्‍सव की मां और पत्‍नी को ताजिंदगी रहने वाला यह जख्‍म तो नहीं
मिलता। उन्‍होंने कहा कि उत्‍सव को लेकर वह खास तौर से दुखी है क्‍योंकि वह उनके पुत्रों का सेंटपीटर्स कॉलेज में सहपाठी था ।
श्री शर्मा ने कहा है कि ताजमहल देखने आना और लौट केजाना बेहद जोखिम भरा हो गया है । दिल्‍ली से हवाई जहाज पकडने की चाह रखने वाला टूरिस्‍ट रात के दो बजे अपना विस्‍तर छोड देता
है और चार से पांच बजे के बीच टैक्‍सी  पकडता है। सामान्‍य तौर पर वाहन चालक के सामने लक्ष्‍य होता है कि तीन घंटे के भीतर आगरा पहुंचने का । जिससे कि सनराइज ताजमहल मे देखा जा सके।इसके लिये टिकट की लाइन में भी पर्यटक को लगना होता है। जब ड्राईवर रात को अपने गैस्‍ट को लेकर दिल्‍ली लौटरहा होता हैतोवह एकदम थका और बेझिल स्‍थिति मेंहोता है। स्‍वभाविक है कि ऐसे में ड्राइ्रवर और उसके गैस्‍ट सडक पर सरपट दोडती कार में राम भरोसे ही होते हैं। अगर आगरा से ही दिल्‍ली यापर्यटकके गंतव्‍य की कोई फ्लाइट होती तो कम से कम यह स्‍थिति तो आये दिन नहीं बनती।
आगरा टूरिज्‍म की व्‍यापक संभावनाओं वाला महानगर है,जूता और हस्‍तकला के कारोबार के लिये यहां व्‍यापक संभावनायें व्‍याप्‍त हैं। सिविल सोसायटी  नागरिकों  विदेशी मैहमानों की सुरक्षा और उपरोक्‍त के परिप्रेक्ष्‍य में ही आगरा की एयर कनैक्‍टिविटी को व्‍यापक बनाये जाने के लिये सरकार के सामने मुददा उठाये रही है।किन्‍तु दुर्भाग्‍य है कि आगरा के जन प्रतिनिधियों की ओर से अबतक इस मामले में दायित्‍व पूर्ण कदम नहीं उठाया गया।
श्री शर्मा का कहना है कि नागरिक  कम से कम अब तो एकजुट होकर  आगरा की मूलभूत जरूरत इंटरनेशनल कनैक्‍टविटी वाले एयरपोर्ट न सही सिविल टर्मिनल की मांग को तो पुरजोर से उठा ही लें। जिससे कि आगरा के उत्‍सवों की दुर्घटनाओं में असामायिक मौत का सिलिसला रुक सके । उन्‍होंने कहा कि दिल्‍ली और मुम्‍बई के लिये रोज आवाजाही वाली (शैड्यूल्‍ड फ्लाइट)शुरू करना ही उत्‍सव को सच्‍ची श्रद्धांजलि देना होगा । 
श्री शर्मा ने अपनी वेदना सोशल साइट्स पर भी पोस्‍ट की थी जिसपर पिछलेतीस घंटे में कईहजार लोगों नेअपनी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की।यहबातअलग हैकि सरकारऔर जनप्रतिनिध अब  भी  वर्षों से चली आ रही ताज सिटी की अभिश्‍प्‍ता सरीखी स्‍थिति पर मूकदृष्‍ट से ही बने हैं।