6 अक्तूबर 2017

वन डे टूरिज्म का शहर बनकर रह गया है आगरा,होटल पड़े हैं खाली

आगरा। ताजमहल को दीदार करने वाले  विदेशी टूरिस्टों की संख्या तो बढ़ रही है किन्तु इसका लाभ स्थानीय होटल नहीं ले पा रहे हैं। आगरा वन डे ट्रांजिट टूरिज्म का पर्यटन शहर बनकर रह गया है। ताजमहल का प्रवेश टिकट वैसे ही महंगा है और जी एस टी लागू होने से होटल के किराये और बढ़े हैं। भारत के पुरातत्व सर्वेक्षण के आंकड़े बताते हैं कि 2016 की तुलना में (जनवरी से अगस्त तक), 20.4% अधिक विदेशियों ने इस वर्ष इसी महीने के दौरान स्मारक का दौरा किया था। जबकि 2016 के पहले आठ महीनों में 4.26 लाख विदेशी नागरिक यहां आए थे, इस वर्ष इसी अवधि के लिए यह संख्या बढ़कर 5.13 लाख हो गई। अधिकांश विदेशी टूरिस्टों का आगरा आने का मकसद ताजमहल देखना होता है। यदि आगरा में पर्यटकों को रोकने के  लिए  नए आकर्षण उपलब्ध कराये जाएँ तो शायद टूरिस्ट यहाँ अधिक दिन रुक सकता है। अधिकांश विदेशी टूरिस्टों की शिकायत  रहती है आगरा के टूरिस्ट छेत्रों में  हैवी ट्रैफिक है और पैदल चलने के लिए फुटपाथ और टूरिस्टों के लिए विशेष  ट्रांसपोर्ट  साधन तक नहीं है। काफी मात्रा में  विदेशी टूरिस्ट आगरा में ताजमहल देखते ही यहाँ से भागना चाहते हैं।