देश में नागर विमानन ढांचे के विकास, उसके उन्न्यन, रखरखाव और प्रबंधन
के उत्तरदायित्व के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए, भारतीय विमानन
प्राधिकरण (एएआई) ने पिछले सप्ताह उत्तराखंड सरकार के साथ एक सहमति ज्ञापन
पर हस्ताक्षर किये और राज्य में नागर विमान क्षेत्र के विकास के लिए
उत्तराखंड नागर विमानन विकास प्राधिकरण (यूसीएडीए) के साथ हाथ मिलाया।
सहमति ज्ञापन का कार्य क्षेत्र उत्तराखंड में नागर विमानन
ढांचे के विकास को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों की पहचान करने, राज्य
के विभिन्न हवाई अड्डों की व्यवसायिक संभावना का आकलन करने, राज्य में हवाई
अड्डे के संचालन
के लिए तकनीकी जरूरतों का पता लगाने, परियोजनाओं के विकास
के लिए तकनीकी और इंजीनियरिंग मानदंडों से जुड़े स्थानों का मूल्यांकन
करने, भविष्य की परियोजनाओं के लिए पूंजीगत खर्च का अनुमान लगाने और राज्य
में वर्तमात तथा भविष्य के नागर विमानन ढांचों के लिए मास्टर प्लान बनाने
के लिए है। एएआई पिथौरागढ़ में अपग्रेड किये गये और बाद में चिनियालीसौड़
में हवाई अड्डों का संचालन शुरू करने के लिए आवश्यक क्लीयरेंस लेने में
यूसीएडीए की सहायता करेगा।