21 मई 2017

मेंहदी डोरी बारगाह –ए – साबरी में की पेश

--दूध और पानी की तरह से मि‍लकर रहो:  अली शाह 

मेहंदी -डोरी के साथ सज्‍जादा नशीं पीर अली शाह व अन्‍य
                                                  फोटो:असलम सलीमी 
आगरा: हजरत ख्वाहजा शेख सैय्यद फति‍हउद्दीन बल्खीा अलमारूफ ताराशाह चि‍श्ती, साबरी का 418 वां पांच दि‍वसीय जश्नह –ए –उर्स और सर्वधर्म सम्मेशलन आगरा क्लहब परि‍सर में स्थित दरगाह मरकज साबरी में गि‍लाफ शरीफ की परंपरागत रस्म  के साथ शुरू हुआ, इस अवसर पर तबर्रूकात की जि‍यारत कराई गयी।इस अवसर पर दरगाह के सज्जा्दानशीं पीर अहलाज रमजान अली शाह  , जो कि‍ अखि‍ल भारतीय सर्वधर्म साबरी राष्ट्री य एकता संगठन के अध्यक्ष भी
हैं की अगुवाइ  में सदर बाजार स्थिध‍त उनके नि‍वास से हाजरीनों, जायरीनों व मुरीदेनों का जुलूस नि‍कला गया और आस्थाम का प्रतीक मेहन्दीय डोरी बारगाह में पेश की गयी।
पीर अहलाज रमजान अली शाह  ने दरगाह परि‍सर में एकत्रि‍त हाजरीनों को सम्बोमधि‍त करते हुए कहा कि‍ पानी और दूध की तरह दोस्तीर होनी चाहि‍ये और इसे खत्म  करने वाले नीबू सरीखे तत्वोंर से परहेज करना चाहि‍ये। समाज में एकता ओर भाईचारा तरक्की  और सुकून के लि‍ये सबसे अहम है। इस अवसर पर उपस्थिल‍तों में उर्सकमेटी व अखि‍ल भारतीय सर्वधर्म साबरी एकता संगठन आदि‍ के सर्वश्री पीरजादा बुन्दूी मि‍यां चि‍श्तीअ साबरी, पीरजादा इमरान अली, पीरजादा कासि‍म अली, वि‍जय कुमार जैन(महासचि‍व दरगाह ) डा कृष्णअवीर सि‍ंह कौशल, रईसुद्दीन कुरैशी, अब्दु ल सइ्रद खान, लतीफ खान, अशफाना बेगम, मालती जैन, प्रि‍यांशी जैन, शबाना जहां, राजकुमारी, गुरुप्यासरी, अंजू सि‍ंह, सीमा कुलश्रेष्ठ  आदि‍ उपस्थिि‍त थे।